झारखंड में 2021 से 2023 के बीच वन क्षेत्र में 0.5 प्रतिशत की मामूली वृद्धि: रिपोर्ट

झारखंड में 2021 से 2023 के बीच वन क्षेत्र में 0.5 प्रतिशत की मामूली वृद्धि: रिपोर्ट

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  • Publish Date - December 22, 2024 / 09:36 AM IST,
    Updated On - December 22, 2024 / 09:36 AM IST

रांची, 22 दिसंबर (भाषा) झारखंड में 2021 से 2023 के बीच वन क्षेत्र 44.64 वर्ग किलोमीटर (0.5 प्रतिशत) की मामूली वृद्धि के साथ कुल 79,716 वर्ग किलोमीटर हो गया है। केंद्र सरकार द्वारा शनिवार को जारी भारत वन स्थिति रिपोर्ट (आईएसएफआर) 2023 में यह जानकारी दी गई है।

केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने देहरादून में वन अनुसंधान संस्थान में रिपोर्ट जारी की। रिपोर्ट में 2021 से कुल वन और वृक्ष क्षेत्र में 1,445 वर्ग किलोमीटर की राष्ट्रव्यापी वृद्धि का उल्लेख किया गया है।

झारखंड में 2021 में वन क्षेत्र 23,721.14 वर्ग किलोमीटर था, जो बढ़कर 2023 में 23,765.78 वर्ग किलोमीटर हो गया। अब राज्य के कुल भौगोलिक क्षेत्र में से 29.81 प्रतिशत हिस्सा वन क्षेत्र है।

पड़ोसी राज्यों की तुलना में झारखंड की वृद्धि मामूली है। पश्चिम बंगाल में केवल 0.46 वर्ग किलोमीटर की वृद्धि देखी गई, जबकि छत्तीसगढ़ (95.15 वर्ग किलोमीटर), ओडिशा (277.61 वर्ग किलोमीटर) और बिहार (151.66 वर्ग किलोमीटर) में बेहतर प्रगति हुई।

हालांकि, रिपोर्ट में झारखंड में कुछ सकारात्मक विकास के संकेत मिले हैं, जहां बहुत घने वन (वीडीएफ) क्षेत्रों में 34.3 वर्ग किलोमीटर की वृद्धि हुई है जबकि मध्यम घने वन (एमडीएफ) क्षेत्रों में 47.92 वर्ग किलोमीटर की कमी आई है। 2021 से खुले वन क्षेत्रों में 58.26 वर्ग किलोमीटर की वृद्धि देखी गई।

रिपोर्ट में कहा गया है कि झारखंड में कुल वन क्षेत्र अब 23,765.78 वर्ग किलोमीटर है, जिसमें 2,635.35 वर्ग किलोमीटर बहुत घना वन क्षेत्र, 9,640.99 वर्ग किलोमीटर मध्यम घना वन क्षेत्र और 11,489.44 वर्ग किलोमीटर खुला वन क्षेत्र शामिल है।

भाषा जोहेब शोभना

शोभना