रांची, 26 जुलाई (भाषा) झारखंड विधानसभा के मॉनसून सत्र के पहले दिन शुक्रवार को हाल ही में दिवंगत हुए प्रतिष्ठित व्यक्तियों को श्रद्धांजलि देने के बाद कार्यवाही स्थगित कर दी गई।
विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने सुबह 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद कहा कि छह दिवसीय सत्र के दौरान 2024-25 के लिए पहला अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा और कई विधेयक पेश किए जाएंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘लोगों ने सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों को मौका दिया है और यह सच है कि लोकतंत्र में सहमति और असहमति साथ-साथ चलते हैं….।’’
उन्होंने कहा कि हालांकि यह सत्र संक्षिप्त अवधि के लिए निर्धारित है, फिर भी यह बहुत महत्वपूर्ण है।
‘‘छह जनवरी 2020 को शुरू हुई पांचवीं झारखंड विधानसभा अब समापन की ओर बढ़ रही है। पिछले सत्रों में सदस्यों ने अच्छा आचरण और उच्च स्तर का कार्य किया…..। हमने राज्य की साढ़े तीन करोड़ आबादी की आकांक्षाओं को पूरा करने का प्रयास किया है।’’
राज्य में इस वर्ष के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं।
पिछले सत्र के बाद से अब तक दिवंगत हुए प्रतिष्ठित व्यक्तियों और आम नागरिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। सदस्यों ने दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा।
सदन ने झारखंड के प्रथम ऊर्जा मंत्री लालचंद महतो, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, अर्थशास्त्री रमेश शरण, अंतरराष्ट्रीय धावक बुधवा उरांव और अन्य के योगदान को याद किया।
उत्तर प्रदेश के हाथरस में भगदड़ और पश्चिम बंगाल में रेल दुर्घटना में जान गंवाने वालों के अलावा विभिन्न घटनाओं में शहीद हुए पुलिस और सेना के जवानों को भी श्रद्धांजलि दी गई।
इस बीच, आदिवासी संगठनों ने बिरसा राजपथ पर मानव श्रृंखला बनाकर आदिवासियों की जमीन हड़पने की घटनाओं और भू-माफिया के खिलाफ कार्रवाई की ओर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का ध्यान आकर्षित किया।
झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) नीत सत्तारूढ़ गठबंधन सहयोगियों ने विधानसभा के मॉनसून सत्र के दौरान रणनीति तैयार करने के लिए बृहस्पतिवार को एक बैठक की और उम्मीद जताई कि विपक्ष सदन का सुचारू संचालन सुनिश्चित करने में सहयोग करेगा।
दूसरी ओर विपक्ष ने भ्रष्टाचार, कानून और व्यवस्था, कथित बांग्लादेशी घुसपैठ और सरकार के अधूरे वादों जैसे कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की योजना बनाई।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि पार्टी के विधायक विधानसभा में संथाल परगना में जनसांख्यिकी परिवर्तन का मुद्दा उठाएंगे।
उन्होंने सत्र शुरू होने से पहले दावा किया, ‘‘आदिवासी आबादी 2011 में 44.67 प्रतिशत से घटकर 28 प्रतिशत रह गई है और संथाल परगना में मुस्लिम आबादी इस अवधि में 9.44 प्रतिशत से बढ़कर 22.73 प्रतिशत हो गई है।’’
अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने छह दिवसीय मानसून सत्र के दौरान सदन का सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए बृहस्पतिवार को एक सर्वदलीय बैठक भी बुलाई थी। सत्र दो अगस्त को समाप्त होगा।
विधानसभा अध्यक्ष ने बृहस्पतिवार को दो विधायकों – झामुमो के लोबिन हेम्ब्रोम और कांग्रेस के जय प्रकाश भाई पटेल को दलबदल विरोधी कानून के तहत 26 जुलाई से अयोग्य घोषित कर दिया।
भाषा यासिर नरेश
नरेश