श्रीनगर, 22 नवंबर (भाषा) कांग्रेस की जम्मू कश्मीर इकाई ने शुक्रवार को अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा उद्योगपति गौतम अदाणी के खिलाफ लगाए गए रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के आरोपों की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच कराने की मांग की।
जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (जेकेपीसीसी) के प्रमुख तारिक कर्रा ने संवाददाताओं से कहा, ‘कांग्रेस रिश्वतखोरी के गंभीर आरोपों की जेपीसी द्वारा गहन जांच कराने की मांग करती है।’
उल्लेखनीय है कि अमेरिकी अभियोजकों ने उद्योगपति अदाणी पर सौर ऊर्जा अनुबंधों के लिए अनुकूल शर्तों के बदले भारतीय अधिकारियों को लगभग 2,200 करोड़ रुपये की रिश्वत देने की योजना का हिस्सा होने का आरोप लगाया था।
कर्रा ने यह भी कहा कि अगर भाजपा स्वीकार करती है कि विपक्ष शासित राज्य और फिर केंद्र शासित जम्मू कश्मीर भी आरोप में फंसे हैं, तो वह यह स्वीकार कर रही है कि अदाणी ने अधिकारियों को रिश्वत दी थी।’
कांग्रेस की जम्मू कश्मीर इकाई के प्रमुख ने कहा, ‘क्या यह अपराध नहीं है? ऐसा क्यों है कि विपक्षी मुख्यमंत्रियों को 100 करोड़ रुपये (घोटालों) के लिए गिरफ्तार किया जाता है, लेकिन प्रधानमंत्री के सहयोगी 2,000 करोड़ रुपये के आरोपों का सामना करने के बावजूद खुलेआम घूम रहे हैं? कानून को इस तरह से चुनिंदा ढंग से लागू करना राष्ट्र के प्रति अन्याय है।’
कर्रा ने यह भी कहा कि केवल जेपीसी जांच से ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि अदाणी समूह ने किन राजनेताओं और अधिकारियों को रिश्वत दी थी।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि पिछले कुछ वर्षों में अदाणी के भाजपा के साथ संबंधों ने देश की अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया है।
उन्होंने कहा, ‘इसके परिणामस्वरूप पेट्रोल और डीजल सहित आवश्यक वस्तुओं की कीमतें बढ़ गई हैं। अदाणी-भाजपा गठजोड़ देश में मुद्रास्फीति के लिए जिम्मेदार है।’
भाषा योगेश सुरेश
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