जम्मू-कश्मीर चुनाव: रिकॉर्ड सातवीं बार जीतने का प्रयास कर रहे तीन उम्मीदवार

जम्मू-कश्मीर चुनाव: रिकॉर्ड सातवीं बार जीतने का प्रयास कर रहे तीन उम्मीदवार

  •  
  • Publish Date - September 27, 2024 / 09:22 PM IST,
    Updated On - September 27, 2024 / 09:22 PM IST

श्रीनगर, 27 सितंबर (भाषा) जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में कम से कम तीन उम्मीदवार रिकॉर्ड सातवीं बार जीत की कोशिश कर रहे थे।

यहां 2014 के बाद पहली बार विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। वर्ष 2019 में तत्कालीन राज्य के पुनर्गठन के बाद भी ये पहले चुनाव हैं।

नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और पूर्व वित्त मंत्री अब्दुल रहीम राठेर (80) बडगाम जिले के चरार-ए-शरीफ निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने 1977 से 2014 तक इस निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है।

राठेर को 2014 में एकमात्र चुनावी हार मिली थी जब वह पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के नेता गुलाम नबी लोन हंजूरा से हार गए थे।

राठेर के पार्टी सहयोगी और पूर्व मंत्री अली मोहम्मद सागर भी सातवीं बार चुनाव लड़ रहे हैं और वह कभी भी विधानसभा चुनाव नहीं हारे हैं।

श्रीनगर के 66 वर्षीय कद्दावर नेता ने अपना पहला विधानसभा चुनाव 25 वर्ष की उम्र में बटमालू सीट से जीता था तथा 1987 के चुनावों में भी उन्होंने इसे बरकरार रखा।

सागर 1996 में खानयार सीट से चुनाव जीते और लगातार चार बार विधायक रहे।

हकीम मोहम्मद यासीन ने बडगाम जिले के खानसाहिब विधानसभा क्षेत्र से छह बार चुनाव जीते हैं जिनमें से पहला चुनाव उन्होंने 1977 में जीता था।

उन्होंने 1996 में चुनाव नहीं लड़ा था।

चरार-ए-शरीफ, खानयार और खानसाहिब निर्वाचन क्षेत्रों में बुधवार को दूसरे चरण में मतदान हुआ।

कई अन्य उम्मीदवार भी हैं जो छठी, पांचवीं या चौथी बार जीत की कोशिश कर रहे हैं।

विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण का मतदान एक अक्टूबर को होगा और चुनाव के नतीजे आठ अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।

भाषा

शुभम माधव अविनाश

अविनाश