(तस्वीरों के साथ)
नयी दिल्ली, 23 जनवरी (भाषा) रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने महाराष्ट्र के जलगांव में बुधवार को हुए रेल हादसे की संयुक्त रूप से जांच शुरू कर दी है, जिसमें 13 यात्रियों की जान चली गई थी। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
लखनऊ से मुंबई जा रही पुष्पक एक्सप्रेस में बुधवार शाम आग की अफवाह के कारण चेन खींचने की घटना हुई, जिसके बाद कुछ यात्री पटरी पर उतर गए और पास की पटरी से गुजर रही कर्नाटक एक्सप्रेस की चपेट में आ गए।
मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) स्वप्निल धनराज नीला ने बताया, ‘‘रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने बुधवार को हुए इस हादसे की जांच शुरू कर दी है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि यात्रियों ने चेन क्यों खींची और पुष्पक एक्सप्रेस से क्यों उतरे।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सीआरएस) भी घटना की जांच करेंगे, नीला ने बताया, ‘‘सीआरएस जांच का आदेश अभी जारी नहीं किया गया है।’’
मध्य रेलवे जोन के सूत्रों ने बताया कि उच्च प्रशासनिक ग्रेड (एचएजी) जांच भी शुरू की गई है, जिसमें मध्य रेलवे जोन मुख्यालय के वरिष्ठ रेलवे अधिकारी हादसे के कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।
हालांकि, नीला ने एचएजी जांच के संबंध में कोई जानकारी होने से इनकार किया।
प्रारंभिक खबरों के मुताबिक, आग लगने की अफवाह के कारण पुष्पक एक्सप्रेस के यात्रियों में दहशत फैल गई और कुछ यात्री ट्रेन से नीचे उतरकर बगल वाली पटरी पर खड़े हो गए, तभी तेज गति से आ रही कर्नाटक एक्सप्रेस ने उनमें से कई को अपनी चपेट में ले लिया।
रेल मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि ट्रेन के डिब्बे के किसी भी हिस्से से कोई चिंगारी या धुआं नहीं निकला।
रेलवे के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि अफवाह किसने फैलाई और यात्री किस वजह से ट्रेन से नीच उतरे।’’
भाषा धीरज पारुल
पारुल