राजनांदगांव: छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ स्थित चन्द्रगिरि तीर्थ में शनिवार देर रात 2:35 बजे दिगंबर मुनि परंपरा के आचार्य विद्यासागर जी महाराज ने अपना शरीर त्याग दिया। बताया गया कि वे लगभग 6 माह से डोंगरगढ़ के चंद्रगिरी में रुके हुए थे और पिछले कई दिनों से अस्वस्थ थे जिसके बाद बीते रात 2:35 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। वहीं आज उनके पार्थिव शरीर को दोपहर 1 बजे पंचतत्व में विलिन किया जाएगा। बता दें कि छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने भी डोंगरगढ़ पहुंचकर जैन मुनि विद्यासागर महाराज के दर्शन किए थे।
महाराज जैन मुनि विद्यासागर के निर्वाण का समाचार जैसे ही समाचार के तौर पर बाहर आया। उनके भक्तों में शोक की लहर दौड़ गई। महाराज विद्यासागर की राजनीति हस्तियों के बीच गजब की लोकप्रियता थी। खुद पीएम ने कुछ वक़्त पहले उनके दर्शन किये थे। वही आज उनके निर्वाण के समाचार पर कांग्रेस सांसद राहुल गाँधी, राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, एमपी के सीएम डॉ मोहन यादव, पूर्व सीएम कमल नाथ और दिग्विजय सिंह जैसे बड़ी राजनीतिक हस्तियों ने शोक अर्पित किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराज विद्यासागर के निर्वाण पर एक्स पर लिखा ‘आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज जी का ब्रह्मलीन होना देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है। लोगों में आध्यात्मिक जागृति के लिए उनके बहुमूल्य प्रयास सदैव स्मरण किए जाएंगे। वे जीवनपर्यंत गरीबी उन्मूलन के साथ-साथ समाज में स्वास्थ्य और शिक्षा को बढ़ावा देने में जुटे रहे। यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे निरंतर उनका आशीर्वाद मिलता रहा। पिछले वर्ष छत्तीसगढ़ के चंद्रगिरी जैन मंदिर में उनसे हुई भेंट मेरे लिए अविस्मरणीय रहेगी। तब आचार्य जी से मुझे भरपूर स्नेह और आशीष प्राप्त हुआ था। समाज के लिए उनका अप्रतिम योगदान देश की हर पीढ़ी को प्रेरित करता रहेगा।’