हैदराबाद: prime minister with hijab हिजाब मामले में सुप्रीम कोर्ट के जजों की एक राय नहीं होने के चलते अब तक फैसला सुरक्षित है। मामले में अब सुनवाई बड़ी बेंच की में की जाएगी। मामले में अभी फैसला आना बाकि है, लेकिन सियासी गलियारों में सियासत चरम पर है। एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी लगातार इस मामले में अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। इसी कड़ी में उन्होंने एक बार फिर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि ‘मैं जब कहता हूं कि मेरा सपना है कि एक दिन इस देश की पीएम हिजाब पहनने वाली बने तो बहुत से लोगों के सिर और पेट में दर्द होता है। मुझे ऐसा क्यों नहीं कहना चाहिए? यह मेरा सपना है। इसमें गलत क्या है। लेकिन आप कहते हैं कि किसी को हिजाब नहीं पहनना चाहिए। फिर क्या पहनना चाहिए? बिकिनी? आपके पास इसे भी पहनने का अधिकार है। लेकिन आप यह क्यों चाहते हैं कि मेरी बेटियां हिजाब न पहनें और मैं दाढ़ी कटवा दूं।’ >>*IBC24 News Channel के WHATSAPP ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां CLICK करें*<<
prime minister with hijab हैदराबाद के सांसद ने कहा कि यदि कोई मुस्लिम युवती हिजाब पहनती है तो इसका यह मतलब नहीं है कि उसकी बौद्धिकता में कोई कमी है। क्या हम छोटी बच्चियों पर हिजाब पहनने का दबाव बनाते हैं, क्या हम सच में लड़कियों से जबरदस्ती कर रहे हैं? ओवैसी ने कहा कि यदि आप हैदराबाद आते हैं तो देखेंगे कि यहां सबसे बदनाम ड्राइवर हमारी बहनें ही हैं। कभी भी उनके पीछे कोई गाड़ी ले जाने का रिस्क नहीं ले सकता। यह मेरा निजी अनुभव है। मैंने अपने ड्राइवर से कहा है कि वह संभलकर चले। आप किसी लड़की की बाइक पर पीछे बैठ जाएं और फिर देखें कि उन पर कोई दबाव डाला जाता है या नहीं।
ओवैसी ने कहा कि हम पर आरोप लगाया जा रहा है कि लड़कियों पर हम दबाव डाल रहे हैं। आखिर आज के दौर में कौन किससे डरता है? हिजाब की तुलना उन्होंने एक बार फिर से हिंदू, सिख और ईसाइयों के प्रतीकों से की। उन्होंने कहा कि जब हिंदू, सिख और ईसाई छात्रों को उनके प्रतीकों के साथ घुसने दिया जाता है तो फि्र मुस्लिमों को क्यों रोका जाता है। ऐसा होगा तो वे लोग मुस्लिमों के बारे में क्या सोचेंगे। उन्हें तो यही संदेश जाएगा कि मुस्लिम हमसे नीचे होते हैं। इस पर भाजपा नेता सीटी रवि ने कहा कि ओवैसी अतिवाद का समर्थन करते हैं, जो भारत में नहीं चलेगा।