Dheeraj Sahu IT Raids: नई दिल्ली। पूरे देश में इन दिनों जहां एक ओर छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान के नए मुख्यमंत्री को लेकर चर्चा जोरों पर है तो दूसरी ओर झारखंड से कांग्रेस सांसद धीरज साहू ‘कैश किंग’ के नाम से सुर्खियां बटोर रहे हैं। धीरज साहू के घर मिले नोटों के ढेर की गिनती हो चुकी है। बताया जा रहा है कि धीरज साहू के पास से अब तक करीब 351 करोड़ रुपए से अधिक नगदी मिले हैं। वहीं अब इस मामले को लेकर आईटी टीम सख्त हो गई है। बताया जा रहा है कि IT कांग्रेस सांसद धीरज साहू पर बड़े एक्शन की तैयारी में है।
आयकर विभाग को अब सांसद के यहां से सोने और महंगे आभूषण की तलाश है। इसकी छानबीन के लिए आयकर विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है। आयकर विभाग की टीम घर के अंदर मिट्टी की खुदाई करने जा रही है। आयकर विभाग की टीम जियो सर्विलांस सिस्टम मशीन लेकर पहुंची है। इस मशीन के जरिए ये पता लगाया जाएगा कि घर के अंदर जमीन में किसी तरह का सोना या धातु तो नहीं छिपाया गया है। इसके अलावा रांची से 90 किलोमीटर दूर लोहरदगा में धीरज के व्हाइट हाउस से शुरुआत में 11 करोड़ रुपए की नकदी मिली थी। यहां पर भी टीम जियो मशीन के जरिए जांच कर सकती है।
मिली जानकारी के अनुसार बलांगीर के टिटलागढ़ के एक निजी बैंक में तीन लॉकरों से 40 सोने के बिस्कुट, हीरे जड़ित सोने के आभूषण और महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए हैं। इससे पहले आईटी अधिकारियों ने सोमवार को कहा, उनके घर से 8 करोड़ रुपए जब्त होने के तीन दिन बाद बलांगीर के टिटलागढ़ शहर में बैंक लॉकर पर छापेमारी की गई।
साहू के बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज के साथ घनिष्ठ व्यापारिक संबंध हैं, जो बौध डिस्टिलरीज प्राइवेट लिमिटेड की एक समूह कंपनी है और यह आईटी जांच के दायरे में है। एक लॉकर में महत्वपूर्ण दस्तावेजों से भरे दो ब्रीफकेस पाए गए जिनका आईटी अधिकारियों द्वारा विश्लेषण किया जा रहा है। यहां अन्य दो लॉकरों से 40 सोने के बिस्कुट और हीरे जड़ित सोने के आभूषण भी मिले हैं।
Dheeraj Sahu IT Raids: उत्पाद शुल्क अधिकारियों ने कहा कि बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज लिमिटेड के पास झारसुगुड़ा में 14 में से सात, रायगड़ा में 15 में से पांच और संबलपुर जिले में 32 में से चार दुकानें हैं। हालांकि, आईटी विभाग ने अभी तक उत्पाद शुल्क चोरी की किसी भी संभावना से इनकार नहीं किया है। उन्होंने कहा, “बोलांगीर से जो नकदी जब्त की गई है, वह सिर्फ शराब कारोबार से नहीं हो सकती है क्योंकि जो जब्ती की गई है वो असाधारण मुनाफा दिखाती है। अधिकारियों को शक है कि नकदी राजनीतिक उद्देश्यों के लिए हो सकती है।