कोझिकोड (केरल), दो नवंबर (भाषा) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ नेता राम माधव ने पिछले साल एडीजीपी एम. आर. अजितकुमार की आरएसएस के शीर्ष सदस्यों के साथ हुई बैठक का स्पष्ट रूप से बचाव करते हुए सवाल किया कि ‘यह पाप कैसे हो सकता है?’
पिछले साल अलग-अलग मौकों पर आरएसएस के वरिष्ठ नेताओं दत्तात्रेय होसबाले और माधव के साथ अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) की बैठक को लेकर हाल ही में केरल में विवाद खड़ा हो गया था और आईपीएस अधिकारी को कानून-व्यवस्था के प्रभार से हटा दिया गया था।
माधव ने मनोरमा समाचार चैनल से कहा कि लोग एक-दूसरे से स्वतंत्र रूप से मिल सकते हैं।
उन्होंने यहां चैनल के कला एवं साहित्य उत्सव ‘होर्टस’ के मौके पर कहा, ‘हमें इस छोटी सोच से ऊपर उठना चाहिए कि अमुक व्यक्ति अछूत है या उससे मिलना नहीं चाहिए। हमें ऐसा भारत, ऐसा केरल नहीं बनाना।’’
आरएसएस नेता ने यह भी कहा कि उन्होंने एक बार एक हवाई अड्डे पर केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन का अभिवदन किया था।
उन्होंने सवाल किया, ‘‘जब आपके मुख्यमंत्री (विजयन) हवाईअड्डे से गुजर रहे थे तो मैंने उनका अभिवादन किया। तो क्या हमें एक-दूसरे का अभिवादन नहीं करना चाहिए था?’’
पिछले साल एडीजीपी अजितकुमार की आरएसएस नेताओं के साथ मुलाकात का खुलासा हाल ही में हुआ है, जिसके बाद राज्य में राजनीतिक तूफान खड़ा हो गया। सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की प्रमुख सहयोगी पार्टी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने भी इसे गलत बताया और उन्हें एडीजीपी (कानून-व्यवस्था) के पद से हटाने की मांग की।
कई वर्गों की ओर से आलोचना का सामना करने के बाद सरकार ने अंततः अजितकुमार से कानून-व्यवस्था का प्रभार वापस लेकर उन्हें एडीजीपी बटालियन के पद पर नियुक्त कर दिया।
भाषा जोहेब शोभना
शोभना