नयी दिल्ली, 28 नवंबर (भाषा) कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार जनता की भलाई के लिए काम करने के बजाय केवल प्रचार और आंकड़ों की बाजीगरी में लगी हुई है।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह दावा भी किया कि प्रधानमंत्री का पूरा ध्यान महंगाई घटाने पर नहीं, आंकड़ों को कम दिखाने पर है।
रमेश ने एक बयान में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री का पूरा ध्यान महंगाई घटाने पर नहीं, बल्कि केवल महंगाई के आंकड़ों को कम दिखाने पर है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक और थोक मूल्य सूचकांक के आंकड़ों को इस तरह से पेश करने की कोशिश जा रही है कि महंगाई नियंत्रित दिखे, जबकि जमीनी हकीकत यह है कि आम जनता की जेब पर बोझ लगातार बढ़ रहा है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले 10 वर्षों में मोदी सरकार की गलत आर्थिक नीतियों के कारण महंगाई लगातार बढ़ी है, जिससे आम जनता की आर्थिक स्थिति पर गहरा दुष्प्रभाव पड़ा है।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘खाद्य पदार्थों, ईंधन, और दैनिक उपयोग की वस्तुओं की कीमतों में तेजी से वृद्धि देखी गई है। विशेष रूप से दाल, तेल, सब्जी और दूध जैसे आवश्यक खाद्य उत्पादों की कीमतें ऊंची बनी हुई हैं, जो परिवारों के बजट पर भारी बोझ डाल रही हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में कमी के बावजूद पेट्रोल-डीजल महंगा रहा, जिससे परिवहन और अन्य सेवाओं की लागत बढ़ी। आज महंगाई में वृद्धि का एक बड़ा कारण खाद्य पदार्थों की बढ़ती कीमतें हैं।’’
रमेश ने दावा किया कि इस सरकार की प्राथमिकता महंगाई कम करने की बजाय केवल आंकड़ों को कम करने की है।
उन्होंने कहा, ‘‘याद रखें, यह पहली बार नहीं हो रहा है। मोदी सरकार ने आंकड़ों की बाजीगरी करके देश को गुमराह करने की बार-बार कोशिश की है।’’
रमेश ने दावा किया कि जब भाजपा सरकार जीडीपी वृद्धि दर में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार से पिछड़ने लगी, तब आधार वर्ष बदलकर विकास दर को कृत्रिम रूप से बढ़ाने का प्रयास किया गया।
उनका कहना था, ‘‘ऐसा करके देश की वास्तविक आर्थिक स्थिति छिपाई गई।’’
रमेश ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार जनता की भलाई के लिए काम करने के बजाय केवल प्रचार और आंकड़ों की बाजीगरी में लगी हुई है।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘जनता को राहत देने के बजाय योजनाओं के प्रचार पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है। यह सरकार की प्राथमिकता को स्पष्ट रूप से दर्शाता है।’’
भाषा हक हक माधव
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