तिरुवनंतपुरम, छह जुलाई (भाषा) उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शनिवार को कहा कि भारत की वैज्ञानिक उन्नति की न केवल विश्व स्तर पर प्रशंसा होती है, बल्कि इससे देश की ‘नरम कूटनीति’ और विदेश मामलों में हुई प्रगति को नयी नयी ऊंचाई मिली है।
केरल की दो दिवसीय यात्रा पर आए धनखड़ यहां भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईएसटी) के 12वें दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे।
विभिन्न क्षेत्रों के स्नातकों, उनके अभिभावकों और आईआईएसटी के संकाय सदस्यों की सभा को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत ने अंतरिक्ष, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति की है और विश्व स्तर पर ‘एक विशेष स्थान हासिल किया है।’’
धनखड़ ने कहा कि भारत ने पिछले दशक में महत्वपूर्ण प्रगति की है और इस दौरान वैश्विक चुनौतियां और महामारी भी आई।
उन्होंने कहा कि चुनौतियों के बावजूद भारत एक चमकता सितारा रहा है और वैश्विक स्तर पर अवसरों के लिहाज से पसंदीदा जगह है।
उपराष्ट्रपति ने कहा, “वैश्विक स्तर पर भारत आशाओं और संभावनाओं का देश है और दुनिया यह बात मानती है।”
उन्होंने कहा कि यह मान्यता अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष, विश्व बैंक और अन्य संस्थाओं से मिली है।
भाषा जोहेब रंजन
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