OpenAI Whistleblower Suchir Balaji Death: ChatGPT डेवलप करने वाली अग्रणी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी OpenAI के 26 साल की पूर्व रिसर्चर अपने फ्लैट में मृत पाए गए। दरअसल, सुचिर बालाजी नाम के इस पूर्व रिसर्चर ने अभी कुछ दिन पहले OpenAI की कार्यशैली को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए थे। इसके कुछ दिनों के बाद उनकी मौत को लेकर सवाल उठ रहे हैं कि ये हत्या है यै फिर आत्महत्या। हालांकि, सैन फ्रांसिस्को पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच में अभी तक किसी तरह का कोई ऐसा सबूत नहीं मिला है, जिससे हत्या का मामला दिख रहा हो। फिलहाल पुलिस इसे आत्महत्या मानकर मामले की जांच कर रही है।
सैन फ्रांसिस्को पुलिस के मुताबित, यह घटना 26 नवंबर की है और 14 दिसंबर को प्रकाश में आई है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बालाजी बहुत समय से अपने घर से नहीं निकले थे, अपने दोस्तों और सहकर्मियों के फोन कॉल का जवाब भी नहीं दे रहे थे। सुचिर के दोस्त और सहकर्मी जब उनके फ्लैट पर पहुंचे तो दरवाजा अंदर से बंद पाया। उन्होंने सैन फ्रांसिस्को पुलिस को इसकी जानकारी दी। पुलिस ने जब फ्लैट का दरवाजा तोड़ा तो सुचिर बालाजी मृत पाए गए। शुरुआती जांच में किसी गड़बड़ी का कोई सबूत नहीं मिला है, पुलिस को संदेह है कि यह आत्महत्या हो सकती है।
सैन फ्रांसिस्को क्रॉनिकल ने एक पुलिस बयान के हवाले से कहा कि, ‘पुलिस अधिकारी मेडिकल टीम के साथ फ्लैट में पहुंचे और सुचिर बालाजी को मृत पाया गया। प्रारंभिक जांच के दौरान गड़बड़ी का कोई सबूत नहीं मिला है और यह आत्महत्या का मामला लग रहा है। सैन फ्रांसिस्को चीफ मेडिकल एग्जामिनर ऑफिस के डायरेक्टरने मीडिया को बताया कि, ‘मौत का तरीका आत्महत्या माना गया है। सुचिर बालाजी ने इस साल अगस्त में OpenAI से इस्तीफा दिया था और कंपनी पर कॉपीराइट उल्लंघन के गंभीर आरोप लगाए थे। उनकी मौत की खबर सामने आने के बाद कई बड़ी शख्सियतों ने आश्चर्य व्यक्त किया है और इंटरनेट पर इसे लेकर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर भी की है।’
बता दें कि, सुचिर बालाजी ने सार्वजनिक रूप से OpenAI पर अपने जेनरेटिव एआई प्रोग्राम, ChatGPT को ट्रेन करने के लिए उचित कानूनी प्रक्रिया का पालन किए बिना कॉपीराइट मैटेरियल का उपयोग करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि ChatGPT जैसी टेक्नोलॉजी इंटरनेट को नुकसान पहुंचा रही हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बालाजी ने आरोप लगाया था कि ओपनएआई की कार्यशैली इंटरनेट इकोसिस्टम और उन बिजनेस और लोगों के लिए हानिकारक है, जिनके डेटा का उपयोग कंपनी द्वारा बिना उनकी सहमति के किया जा रहा है। सुचिर बालाजी के आरोप कई लेखकों, प्रोग्रामरों और पत्रकारों द्वारा OpenAI के खिलाफ दायर किए गए मुकदमों के केंद्र में रहे हैं। इन लोगों ने दावा किया है कि, OpenAI ने अपने चैटजीपीटी को ट्रेन करने के लिए उनके कॉपीराइट वर्क्स का अवैध रूप से उपयोग किया है।
सैन फ्रांसिस्को पुलिस के अनुसार, शुरुआती जांच में उनकी मौत आत्महत्या लग रही है। हालांकि, अभी मामले की विस्तृत जांच जारी है।
सुचिर बालाजी OpenAI के पूर्व रिसर्चर थे और हाल ही में उन्होंने कंपनी की कार्यशैली को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए थे, जिसके बाद उनकी मौत पर कई सवाल उठ रहे हैं।
फिलहाल पुलिस को हत्या के कोई ठोस सबूत नहीं मिले हैं। इसे अभी आत्महत्या मानकर जांच की जा रही है।
इस मामले में OpenAI की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।