Indian Citizenship for Pakistani: पाकिस्तान से आए 45 लोगों को मिली भारत की नागरिकता, महापौर ने बधाई देते हुए की उज्जवल भविष्य की कामना

Indian Citizenship for Pakistani: पाकिस्तान से आए 45 लोगों को मिली भारत की नागरिकता, महापौर ने बधाई देते हुए की उज्जवल भविष्य की कामना

  •  
  • Publish Date - January 18, 2025 / 09:04 AM IST,
    Updated On - January 18, 2025 / 09:04 AM IST

जयपुर: Indian Citizenship for Pakistani शहर के जेएनवीयू सभागार में शुक्रवार को आयोजित कार्यक्रम में 45 पाक विस्थापितों को भारतीय नागरिकता एवं 29 को स्वीकृति पत्र सौंपे गए। नागरिकता पाने वाले सभी लोगों के चेहरे पर खुशी का ज्वार उमड़ता रहा और आंखों में प्रसन्नता के आंसू छलकते रहे। इस अवसर पर महापौर (दक्षिण) वनिता सेठ ने भारतीय नागरिकता पाने वाले सभी पाक विस्थापितों को बधाई देते हुए उन्हें उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। उन्होंने इन नागरिकों को विश्वास दिलाया कि नगर निगम उनके बेहतर भविष्य के लिए निरंतर कार्य करता रहेगा।

Read More: Chhattisgarh me Achar Sanhita Kab Lagegi: 20 जनवरी से आचार संहिता…3 चरण में पंचायत और एक चरण में निकाय चुनाव…28 फरवरी से पहले आएगा परिणाम! चुनाव आयोग की बैठक के बाद आई बड़ी जानकारी

Indian Citizenship for Pakistani संभागीय आयुक्त डॉ. प्रतिभा सिंह ने प्रदेश में पाक विस्थापितों को भारतीय नागरिकता प्रदान करने की दिशा में किए जा रहे सार्थक प्रयासों का उल्लेख करते हुए बताया कि राज्य सरकार सभी पाक विस्थापितों के अधिकारों और हितों के प्रति पूर्ण सजग है तथा उनकी समस्याओं के निराकरण के लिए पूरी संवेदनशीलता से काम कर रही है। उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन का सदैव यही प्रयास रहता है कि प्राप्त प्रकरणों को नियमानुसार शीघ्र निस्तारित कर हर संभव सुविधा मुहैया कराई जाए। इसके लिए सरकार हमेशा प्रतिबद्ध रही है।

Read More: DA Hike Latest News: राज्य सरकार ने खोला खुशियों का पिटारा, महंगाई भत्ते में 9 प्रतिशत की बढ़ोतरी, इतने महीने का मिलेगा एरियर

जिला कलक्टर गौरव अग्रवाल ने कहा कि यह 45 नागरिकों के साथ-साथ 45 संघर्ष की कहानियां भी हैं जिनमें प्रत्येक कहानी अपने आप में प्रेरणादायक है। उन्होंने संविधान प्रदत्त अधिकारों का बोध कराते हुए कहा कि अधिकारों के साथ अपने कर्त्तव्यों को भी पूरी जिम्मेदारी से निभाने के लिए हमेशा तत्पर रहें। कार्यक्रम में शिक्षा और व्यवसाय से जुड़ी समस्याओं पर विशेष चर्चा की गई। ज़िला कलेक्टर गौरव अग्रवाल ने सभी पाक विस्तापित नागरिकों से उनकी समस्याएं पूछी और संबंधित अधिकारियों को त्वरित समाधान के निर्देश दिए। नागरिकों ने काम-धंधों में आ रही कठिनाइयों को प्रशासन के समक्ष रखा, जिसे गंभीरता से सुना गया और उचित कदम उठाने का आश्वासन दिया गया।

Read More: Bharat Mobility Global Expo 2025: MG M9 और MG Cyberster रोडस्टर हुई लॉन्च, खूबियां जानकर आप भी हो जाएंगे हैरान

नागरिकता प्राप्त करने वालों में वर्ष 1949 में जन्मी श्रीमती शांति देवी सबसे वृद्ध नागरिक है। उन्होंने इस ऐतिहासिक दिन पर भावुक होकर कहा, “यह मेरे जीवन का सबसे बड़ा दिन है। इतने वर्षों के संघर्ष के बाद मुझे यह पहचान मिली है।” कार्यक्रम में नागरिकता पाने वाले सभी लोग खुशी के मारे झूम उठे और कहा कि सरकार के प्रति धन्यवाद जताने के लिए उनके पास शब्द नहीं हैं। भारतीय नागरिक होने पर अब उनके जीवन की हर राह आसान हो गई है और सभी समस्याओं का अंत हो गया है।

Read More: CG News: छत्तीसगढ़ के श्रमिकों को बड़ा तोहफा, सरकार ने खाते में भेजे इतने करोड़ रुपए, श्रम मंत्री ने कही ये बात 

"पाक विस्थापितों को भारतीय नागरिकता कैसे मिलती है?"

पाक विस्थापित भारतीय नागरिकता प्राप्त करने के लिए संबंधित जिला कलेक्टर के माध्यम से आवेदन करते हैं। आवेदनों की समीक्षा और प्रक्रियाओं का पालन करने के बाद उन्हें नागरिकता प्रदान की जाती है।

"पाक विस्थापितों को नागरिकता मिलने में कितना समय लगता है?"

यह समय प्रत्येक मामले की जटिलता और आवश्यक दस्तावेजों की समीक्षा पर निर्भर करता है। सरकार द्वारा प्रयास किया जाता है कि प्रकरणों का निस्तारण शीघ्र और नियमानुसार किया जाए।

"क्या पाक विस्थापित नागरिकता के साथ सभी अधिकार प्राप्त करते हैं?"

हां, भारतीय नागरिकता प्राप्त करने के बाद उन्हें संविधान द्वारा प्रदत्त सभी अधिकार मिलते हैं। इसके साथ ही उन्हें अपने कर्तव्यों का पालन भी करना होता है।

"नागरिकता मिलने के बाद पाक विस्थापितों को क्या-क्या सुविधाएं मिलती हैं?"

नागरिकता मिलने के बाद वे सभी सरकारी योजनाओं, रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य अधिकारों का लाभ उठा सकते हैं।

"जयपुर में हाल ही में कितने पाक विस्थापितों को नागरिकता दी गई?"

जयपुर के जेएनवीयू सभागार में आयोजित कार्यक्रम में 45 पाक विस्थापितों को भारतीय नागरिकता और 29 को स्वीकृति पत्र सौंपे गए।