नयी दिल्ली, एक नवंबर (भाषा) अमेरिका के इडाहो में शनिवार से शुरू होने वाले संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘वज्र प्रहार’ में हिस्सा लेने के लिए भारतीय सेना की एक टुकड़ी रवाना हो गई। रक्षा मंत्रालय के एक बयान में यह जानकारी दी गई।
इस अभ्यास का उद्देश्य रेगिस्तान और अर्द्ध-रेगिस्तानी क्षेत्रों में संयुक्त विशेष बलों की संचालन क्षमता को बढ़ाना तथा अंतर-निर्भरता विकसित करना है।
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि वज्र प्रहार की 15वीं कड़ी में हिस्सा लेने के लिए भारतीय सेना की टुकड़ी शुक्रवार को रवाना हुई।
यह अभ्यास दोनों देशों की सेनाओं को विशेष अभियानों को पूरा करने की सर्वोत्तम विधियों और अनुभवों को साझा करने में सक्षम बनाएगा।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इससे दोनों देशों के सैनिकों के बीच अंतर-संचालन क्षमता और साझा रणनीति विकसित करने में मदद मिलेगी।
यह अभ्यास 2 से 22 नवंबर 2024 तक अमेरिका के इडाहो में ‘ऑर्चर्ड कॉम्बैट ट्रेनिंग सेंटर’ में आयोजित किया जाएगा।
इस तरह का पिछला अभ्यास दिसंबर 2023 में उमरोई, मेघालय में आयोजित किया गया था।
यह भारतीय और अमेरिकी सेना के बीच इस वर्ष का दूसरा अभ्यास होगा। पिछला अभ्यास ‘युद्ध अभ्यास 2024’ था, जो सितंबर 2024 में राजस्थान में आयोजित किया गया था।
वज्र प्रहार में हिस्सा लेने वाली सैन्य टुकड़ियों में प्रत्येक में 45 सैन्य कर्मी होंगे।
अभ्यास के दौरान संयुक्त टीम मिशन, टोही मिशन, मानव रहित हवाई प्रणालियों का उपयोग, विशेष अभियानों को क्रियान्वित करने, संयुक्त हमला और विशेष अभियानों में मनोवैज्ञानिक युद्ध संबंधी विधियों पर ध्यान दिया जाएगा।
भाषा सुभाष अविनाश
अविनाश