नयी दिल्ली, 10 सितम्बर (भाषा) भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने खाड़ी देश में परमाणु संयंत्रों के संचालन और रखरखाव के लिए सेवाएं मुहैया कराने की रूपरेखा संबंधी एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
भारतीय परमाणु ऊर्जा निगम लिमिटेड (एनपीसीआईएल) के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक भुवन चंद्र पाठक तथा संयुक्त अरब अमीरात के अमीरात परमाणु ऊर्जा निगम (ईएनईसी) के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहम्मद अल हम्मादी ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
अबू धाबी के युवराज (क्राउन प्रिंस) शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान की भारत यात्रा के दौरान इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। अल नाहयान ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ वार्ता की थी।
एनपीसीआईएल द्वारा जारी बयान में कहा गया है, ‘‘यह समझौता ज्ञापन एनपीसीआईएल और ईएनईसी के बीच प्रासंगिक क्षेत्रों में संभावित सहयोग के लिए एक सामान्य रूपरेखा मुहैया कराता है, जिसमें आपूर्ति श्रृंखलाएं विकसित करना, परमाणु ऊर्जा संयंत्रों के संचालन एवं रखरखाव के लिए अनुभव साझा करना एवं सेवाएं प्रदान करना, परमाणु परामर्श सेवाएं प्रदान करना, मानव संसाधन विकास एवं प्रशिक्षण, अनुसंधान एवं विकास आदि शामिल हैं।’’
एनपीसीआईएल परमाणु ऊर्जा विभाग का सार्वजनिक क्षेत्र का एक उपक्रम है और देश में सभी असैन्य परमाणु ऊर्जा संयंत्रों का संचालन करता है। ईएनईसी का पूर्ण स्वामित्व ‘अबू धाबी डेवलपमेंट होल्डिंग कंपनी पीजेएससी’ के पास है जिसका पूर्ण स्वामित्व संयुक्त अरब अमीरात की सरकार के पास है।
एनपीसीआईएल ने मंगलवार को एक बयान में कहा, ‘‘‘इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर, परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग में भारत और यूएई के बीच बढ़ते सहयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।’’
भाषा सिम्मी पवनेश
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