भारत-रूस शिखर सम्मेलन: मोदी, पुतिन द्विपक्षीय संबंधों के संपूर्ण आयाम की समीक्षा करेंगे

भारत-रूस शिखर सम्मेलन: मोदी, पुतिन द्विपक्षीय संबंधों के संपूर्ण आयाम की समीक्षा करेंगे

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  • Publish Date - July 5, 2024 / 09:58 PM IST,
    Updated On - July 5, 2024 / 09:58 PM IST

नयी दिल्ली, पांच जुलाई (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आगामी वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन में रक्षा, निवेश, ऊर्जा सहयोग, शिक्षा, संस्कृति और लोगों के बीच आदान-प्रदान जैसे क्षेत्रों सहित द्विपक्षीय संबंधों के संपूर्ण दायरे की समीक्षा करेंगे। विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

पुतिन के निमंत्रण पर मोदी 8 से 9 जुलाई तक रूस की दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर जाएंगे। वे 22वें भारत-रूस शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे, जिसमें दोनों देशों के बीच बहुआयामी संबंधों की पूरी श्रृंखला की समीक्षा की जाएगी। पुतिन आगमन के दिन मोदी के लिए एक निजी रात्रिभोज का आयोजन करेंगे।

शिखर सम्मेलन के लिए मोदी की रूस यात्रा से पहले यहां मीडिया से बातचीत में क्वात्रा ने कहा कि दोनों नेता “आपसी हितों के क्षेत्रीय और वैश्विक घटनाक्रम” पर भी अपने विचार साझा करेंगे।

रूस यात्रा के कार्यक्रम के बारे में जानकारी साझा करते हुए क्वात्रा ने कहा कि फिलहाल प्रधानमंत्री का आठ जुलाई की दोपहर बाद मॉस्को पहुंचने का कार्यक्रम है। अगले दिन मोदी के कार्यक्रमों में रूस में भारतीय समुदाय के साथ बातचीत भी शामिल होगी।

प्रधानमंत्री क्रेमलिन में अज्ञात सैनिक की समाधि पर पुष्पांजलि भी अर्पित करेंगे। इसके बाद वे मॉस्को में प्रदर्शनी स्थल पर रोसाटॉम मंडप का दौरा करेंगे।

उन्होंने कहा, “इन बैठकों के बाद दोनों नेताओं के बीच सीमित लोगों के साथ वार्ता होगी, जिसके बाद माननीय प्रधानमंत्री और रूसी राष्ट्रपति के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता होगी।”

क्वात्रा ने यह भी कहा कि वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन तीन वर्षों के बाद हो रहा है और “हम इसे बहुत महत्व देते हैं।”

उन्होंने कहा, “रूसी सेना में काम करने के लिये गुमराह किए गए भारतीय नागरिकों की शीघ्र वापसी का मुद्दा भी चर्चा में उठने की उम्मीद है।”

विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को बताया कि रूस की अपनी यात्रा समाप्त करने के बाद मोदी ऑस्ट्रिया जाएंगे, जो 41 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की ऑस्ट्रिया की पहली यात्रा होगी।

यह करीब पांच साल में मोदी की पहली रूस यात्रा होगी। इससे पहले उन्होंने 2019 में व्लादिवोस्तोक में एक आर्थिक सम्मेलन में हिस्सा लिया था।

यूक्रेन में संघर्ष के बाद यह उनकी पहली रूस यात्रा भी होगी।

अब तक भारत और रूस में बारी-बारी से 21 वार्षिक शिखर सम्मेलन हो चुके हैं। पिछला शिखर सम्मेलन 6 दिसंबर, 2021 को नयी दिल्ली में हुआ था। इस शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए पुतिन भारत आए थे।

उन्होंने कहा कि भारत-रूस शिखर सम्मेलन रक्षा, निवेश, शिक्षा और संस्कृति तथा लोगों के बीच संबंधों सहित द्विपक्षीय संबंधों के सम्पूर्ण दायरे पर चर्चा करने का अवसर प्रदान करेगा। क्वात्रा ने कहा कि दोनों पक्ष 22वें भारत-रूस शिखर सम्मेलन के संबंध में दस्तावेजों पर काम कर रहे हैं।

भाषा

प्रशांत माधव

माधव