गुवाहाटी, 21 फरवरी (भाषा) राज्यसभा सदस्य प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि पूरी दुनिया जलवायु परिवर्तन से जूझ रही है और कार्बन उत्सर्जन में भारत की हिस्सेदारी तीन प्रतिशत है जिससे निपटने के लिए तत्काल कार्रवाई की जरुरत है।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, गुवाहाटी (आईआईटीजी) के एक कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय पर्यावरण मंत्री ने कहा कि जलवायु परिवर्तन का खामियाजा गरीबों को उठाना पड़ता है और एक जिम्मेदार राष्ट्र के रूप में परिवर्तन का नेतृत्व करना हमारे लिए अनिवार्य है।
जावड़ेकर ने लोगों से ‘पानी बचाने, पानी उत्पन्न करने, बिजली बचाने, बिजली उत्पन्न करने’ के सूत्र की वकालत करते हुए जल संचय प्रणाली विकासित करने का आग्रह किया।
आईआईटीजी ने ग्रीन ट्री फाउंडेशन (जीटीएफ) के सहयोग से यह कार्यशाला आयोजित की थी।
भाषा प्रीति सिम्मी शोभना
शोभना
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