भाजपा की ‘नव-फासीवादी’ नीतियों के खिलाफ एकजुट हो ‘इंडिया’ गठबंधन : माकपा महासचिव

भाजपा की ‘नव-फासीवादी’ नीतियों के खिलाफ एकजुट हो ‘इंडिया’ गठबंधन : माकपा महासचिव

भाजपा की ‘नव-फासीवादी’ नीतियों के खिलाफ एकजुट हो ‘इंडिया’ गठबंधन : माकपा महासचिव
Modified Date: April 8, 2025 / 10:23 pm IST
Published Date: April 8, 2025 10:23 pm IST

तिरुवनंतपुरम, आठ अप्रैल (भाषा) माकपा महासचिव एम ए बेबी ने मंगलवार को ‘इंडिया’ गठबंधन के सहयोगियों से एकजुट रहने और भाजपा नीत केंद्र सरकार को ‘‘हराने’’ तथा उसकी ‘नव-फासीवादी’ नीतियों पर अंकुश लगाने की अपनी सामूहिक जिम्मेदारी निभाने का आग्रह किया।

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भाजपा और संघ परिवार के खिलाफ लड़ाई में कांग्रेस को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है।

बेबी ने कहा कि माकपा और अन्य वामपंथी दल इस प्रयास में कोई समझौता नहीं करेंगे तथा इस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए राजनीतिक गठबंधन को मजबूत एवं पुनर्जीवित करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेंगे।

 ⁠

‘इंडिया’ गठबंधन के गठन में माकपा के योगदान को याद करते हुए बेबी ने कहा कि पूर्व महासचिव सीताराम येचुरी ने इसकी स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

वह ‘प्रेस से मिलिए’ कार्यक्रम में बोल रहे थे।

उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र की भाजपा सरकार और उसकी नव-फासीवादी नीतियों का मुकाबला करने के लिए ‘इंडिया’ गठबंधन के छोटे और बड़े सभी दलों को एकजुट होना चाहिए तथा अपनी जिम्मेदारियां उठानी चाहिए।’’

कांग्रेस के साथ माकपा के सहयोग के बारे में पूछे जाने पर बेबी ने दोहराया कि भाजपा और संघ परिवार के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर की लड़ाई में कांग्रेस की महत्वपूर्ण भूमिका है।

उन्होंने कहा, ‘‘आज भारतीय राजनीति में सबसे बड़ी प्राथमिकता भाजपा नीत केंद्र सरकार को हटाने की है, जिसने असामाजिक रुख अपनाया है, तथा समाज को उसके द्वारा फैलाए गए सांप्रदायिक जहर से मुक्त करना है।’’

बेबी ने स्वीकार किया कि माकपा अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) की आलोचना कर सकती है, लेकिन उन्होंने कहा कि यह भी स्पष्ट है कि भाजपा को हराना केवल कांग्रेस सहित संयुक्त मोर्चे के माध्यम से ही संभव है।

उन्होंने कहा, ‘‘माकपा के यह प्रस्ताव पारित करने का कोई मतलब नहीं है कि हम अकेले भाजपा को हरा देंगे। राजनीति में प्रभावी आंदोलनात्मक रणनीति बनाने के लिए वस्तुनिष्ठ विश्लेषण और रिश्तों तथा प्रभाव नेटवर्क के स्मार्ट उपयोग की आवश्यकता होती है।’’

बेबी ने इस बात पर जोर दिया कि कांग्रेस को ‘‘भाजपा और नव-फासीवादी ताकतों का विरोध करने’’ की अपनी ऐतिहासिक जिम्मेदारी का एहसास होना चाहिए। हालांकि, उन्होंने इस बारे में संदेह जताया कि क्या पार्टी इस एहसास तक पहुंच पाई है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस की एकाधिकारवादी आर्थिक नीतियों के प्रति अडिगता ने उसे जनता से अलग-थलग कर दिया है, जो उसकी खराब स्थिति का एक कारण है।

बेबी ने कांग्रेस नेताओं से इन नीतियों को अस्वीकार करने और जनता के साथ पुनः जुड़ने का आग्रह किया।

भाषा नेत्रपाल पवनेश

पवनेश


लेखक के बारे में