केरल में माकपा, कांग्रेस ने ‘ईवाई’ कर्मचारी की मौत के संबंध में बयान को लेकर सीतारमण पर निशाना साधा

केरल में माकपा, कांग्रेस ने ‘ईवाई’ कर्मचारी की मौत के संबंध में बयान को लेकर सीतारमण पर निशाना साधा

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  • Publish Date - September 23, 2024 / 06:06 PM IST,
    Updated On - September 23, 2024 / 06:06 PM IST

कोच्चि, 23 सितंबर (भाषा) केरल में सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और विपक्षी दल कांग्रेस ने ऑडिट कंपनी अर्न्स्ट एंड यंग (ईवाई) में कार्यरत एक युवा सीए पेशेवर की हाल में हुई मौत पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बयान को लेकर सोमवार को उन पर निशाना साधा और उनसे माफी की मांग की।

अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल ने 2023 में चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) की कठिन परीक्षा पास की और अर्न्स्ट एंड यंग के ​​पुणे कार्यालय में चार महीने तक काम किया। जुलाई में उनकी मृत्यु हो गई। पेरायिल की मां द्वारा ईवाई इंडिया के अध्यक्ष को लिखे एक पत्र के अनुसार, नए कर्मचारी के रूप में पेरायिल पर ‘‘बहुत ज़्यादा’’ काम का बोझ था, जिसने उन्हें ‘‘शारीरिक, भावनात्मक और मानसिक रूप से’’ प्रभावित किया।

शनिवार को चेन्नई में आयोजित एक कार्यक्रम में सीतारमण ने इस घटना का परोक्ष रूप से जिक्र करते हुए कहा था कि शिक्षण संस्थानों और परिवारों को बच्चों को तनाव प्रबंधन के गुर सिखाने चाहिए, उनसे कहना चाहिए कि वे जो भी पढ़ाई करें, जो भी नौकरी करें, उनमें उससे जुड़ा तनाव झेलने की अंदरूनी शक्ति होनी चाहिए।

वित्त मंत्री ने कहा था, ‘‘ईश्वर पर विश्वास रखें, हमें ईश्वर की कृपा की आवश्यकता है। ईश्वर की खोज करें, अच्छा अनुशासन सीखें। आपकी आत्म शक्ति इसी से बढ़ेगी। अंदरूनी शक्ति केवल आत्म शक्ति बढ़ने से ही आएगी।’’

केंद्रीय वित्त मंत्री के बयान की कड़ी आलोचना करते हुए केरल के पर्यटन और लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) मंत्री पी ए मोहम्मद रियास ने कहा कि सीतारमण आईटी कर्मचारियों का शोषण करने वाली कारोबारी इकाईयों की ‘संरक्षक’ बन गई हैं।

उन्होंने कहा कि देश के आईटी सेक्टर में कॉरपोरेट शोषण के कारण मानसिक तनाव और उससे जुड़ी मौतें बढ़ रही हैं। रियास ने कहा, ‘‘देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आईटी कर्मचारियों का शोषण करने वाली ‘कॉरपोरेट ड्रैकुला’ की संरक्षक बन गई हैं। उनके बयान से यह स्पष्ट हो गया है कि भारत की वित्त मंत्री ऐसे ड्रैकुला की प्रायोजक बन गई हैं। उन्हें अपना बयान वापस लेना चाहिए और माफी मांगनी चाहिए।’’

वामपंथी नेता ने यह भी आरोप लगाया कि सीतारमण वास्तविक मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए ऐसा कर रही हैं।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रमेश चेन्नितला ने कहा कि कॉरपोरेट जगत के लालच ने अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल की जान ले ली। उन्होंने सीतारमण के बयान को ‘‘अत्यंत निंदनीय’’ बताते हुए कहा, ‘‘पेरायिल जिस माहौल में काम करती थीं, उसकी या प्रबंधन की आलोचना करने के बजाय वित्त मंत्री ने उनके माता-पिता का अपमान करना चुना।’’

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने हैरत जताते हुए कहा कि अगर भगवान से प्रार्थना करना ही हर समस्या का समाधान है तो सरकार और कानून की क्या जरूरत है।

सत्तारूढ़ माकपा की युवा शाखा डीवाईएफआई ने मौजूदा श्रम कानूनों के सख्त क्रियान्वयन की मांग की है। राज्यसभा सदस्य और डीवाईएफआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष ए ए रहीम ने कहा कि काम और निजी जीवन के बीच स्वस्थ संतुलन सुनिश्चित करने के लिए कारोबारी घरानों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।

भाषा आशीष अविनाश

अविनाश