नयी दिल्ली, 23 अक्टूबर (भाषा) भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली के 21 वर्षीय छात्र ने अपने छात्रावास के कमरे में पंखे से फंदा लगाकर कथित रूप से आत्महत्या कर ली। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि उन्हें एम.एससी द्वितीय वर्ष के छात्र कुमार यश के कमरे से कोई ‘सुसाइड नोट’ नहीं मिला है। झारखंड के देवघर का रहने वाला कुमार मानसिक उपचार करा रहा था और वह मंगलवार को भी आईआईटी अस्पताल गया था।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘मंगलवार को रात करीब 11 बजे पुलिस नियंत्रण कक्ष (पीसीआर) को एक फोन आया, जिसमें बताया गया कि आईआईटी के एक छात्र ने अरावली छात्रावास के कमरा नंबर डी57 में आत्महत्या कर ली है। तुरंत एक कर्मी को मौके पर भेजा गया। कमरा अंदर से बंद था, इसलिए कुमार के दोस्त और आईआईटी कर्मचारी खिड़की तोड़कर उसके कमरे में घुसे।’’
अधिकारी ने बताया कि कुमार ने फंदा लगाने के लिए दो तौलिये का इस्तेमाल किया था। उसके दोस्त और संस्थान के कर्मी ने तौलिये को काटा और उसे नीचे उतारा।
उन्होंने बताया, ‘‘कुमार को आईआईटी की एंबुलेंस में सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने बताया कि उसकी अस्पताल लाने से पहले ही मौत हो चुकी थी। शव को शवगृह में रखा गया है और मृतक के परिजनों को सूचित कर दिया गया है। छात्रावास के जिस कमरे में कुमार ने आत्महत्या की, उसकी ‘सचल अपराध दल’ ने जांच की है।’’
पुलिस के अनुसार, वहां कोई सुसाइड नोट नहीं मिला, लेकिन कुमार के मेडिकल स्वास्थ्य रिपोर्ट कार्ड के अनुसार, उसका मानसिक उपचार किया जा रहा था और मंगलवार को आईआईटी अस्पताल भी गया था।
एक अधिकारी ने कहा, ‘‘उसका उपचार किया गया और 29 अक्टूबर को मनोचिकित्सक से मिलने का समय दिया गया था। उसके दोस्तों के बयान दर्ज किए गए हैं। इस मामले में किसी साजिश की आशंका नहीं है।’’
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) (दक्षिण-पश्चिम) सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि टीम छात्र के बारे में अधिक जानकारी हासिल करने के लिए उसके परिवार के सदस्यों से बातचीत कर रही हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने पीड़ित के परिजनों को पहले ही सूचित कर दिया है और वे जल्द ही दिल्ली पहुंचेंगे….। हमारी टीम उसके सहपाठियों के बयान भी दर्ज कर रही हैं।’’
डीसीपी ने कहा कि टीम छात्रावास के सीसीटीवी कैमरों की भी जांच करेंगी और हम हर पहलू से पूरे मामले की जांच कर रहे हैं।
इस बीच आईआईटी दिल्ली ने एक बयान में कहा कि संस्थान, मानविकी और सामाजिक विज्ञान विभाग, एम.एससी संज्ञानात्मक विज्ञान द्वितीय वर्ष के छात्र की दुर्भाग्यपूर्ण और असामयिक मृत्यु से दुखी है।
बयान में कहा गया कि दिल्ली पुलिस यहां परिसर में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना की जांच कर रही है। हम छात्र के परिवार और दोस्तों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।
संस्थान के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘आईआईटी दिल्ली अपने छात्रों की मानसिक और शारीरिक भलाई सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।’’
भाषा यासिर प्रशांत
प्रशांत