नयी दिल्ली, 14 जनवरी (भाषा) भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) अबू धाबी 2025-26 शिक्षण सत्र से केमिकल इंजीनियरिंग में बीटेक कार्यक्रम शुरू कर रहा है और यह इस परिसर में शुरू होने वाला तीसरा स्नातक पाठ्यक्रम होगा।
जनवरी 2024 में अपनी स्थापना के बाद से, आईआईटी दिल्ली-अबू धाबी ने ऊर्जा संक्रमण (एनर्जी ट्रांजेशन) और स्थिरता में एमटेक कार्यक्रम, कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग तथा एनर्जी इंजीनियरिंग में दो बीटेक कार्यक्रम और ऊर्जा और स्थिरता में पीएचडी कार्यक्रम शुरू किया है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘अगस्त 2025 में शुरू होने वाले आगामी शैक्षणिक वर्ष (2025-26) के लिए, आईआईटी दिल्ली-अबू धाबी तीन बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (बीटेक) कार्यक्रम पेश करेगा। ये कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग, एनर्जी साइंस एंड इंजीनियरिंग और केमिकल इंजीनियरिंग में हैं।’’
अधिकारी ने बताया, ‘‘ये चार वर्षीय कार्यक्रम वैश्विक प्रौद्योगिकी परिदृश्य की उभरती जरूरतों को पूरा करते हैं और छात्रों को उनके चुने हुए क्षेत्रों में भविष्य के नेताओं के रूप में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए कौशल और ज्ञान के साथ तैयार करते हैं।’’
इन कार्यक्रमों में प्रवेश दो प्राथमिक तरीकों – जेईई-एडवांस्ड, 2025 और संयुक्त प्रवेश प्रवेश परीक्षा (सीएईटी) 2025 के माध्यम से दिया जाएगा। प्रवेश प्रक्रिया का एक प्रमुख घटक सीएईटी 2025 परीक्षा है जो दो सत्रों में आयोजित की जाएगी। पहले सत्र की परीक्षा 16 फरवरी को और दूसरे सत्र के लिए 13 अप्रैल, 2025 को यह परीक्षा होगी।
भाषा वैभव पवनेश
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