अनशन खत्म कराना है तो अकाल तख्त के जत्थेदार के बजाय मोदी से बात करें: डल्लेवाल ने भाजपा से कहा

अनशन खत्म कराना है तो अकाल तख्त के जत्थेदार के बजाय मोदी से बात करें: डल्लेवाल ने भाजपा से कहा

  •  
  • Publish Date - January 10, 2025 / 08:10 PM IST,
    Updated On - January 10, 2025 / 08:10 PM IST

चंडीगढ़, 10 जनवरी (भाषा) पंजाब के किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पंजाब इकाई ने अकाल तख्त से अपील तो की है लेकिन यदि वे वाकई में चाहते हैं कि वह (डल्लेवाल) अपना आमरण अनशन खत्म करें तो उन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलना चाहिए।

डल्लेवाल का अनशन 46वें दिन शुक्रवार को भी जारी रहा।

शुक्रवार को जारी तीन मिनट के वीडियो संदेश में 70 वर्षीय किसान नेता डल्लेवाल ने कहा कि वह अपना अनशन तभी खत्म करेंगे जब केंद्र किसानों की मांगों को मान लेगा। इन मांगों में फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी भी शामिल है।

भाजपा की पंजाब इकाई के एक प्रतिनिधिमंडल ने बृहस्पतिवार को अकाल तख्त जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह से डल्लेवाल का अनशन समाप्त कराने के लिए हस्तक्षेप करने की अपील की थी। भाजपा प्रतिनिधिमंडल में सुखमिंदर पाल सिंह ग्रेवाल और सरचंद सिंह शामिल थे।

प्रतिनिधिमंडल ने डल्लेवाल के बिगड़ते स्वास्थ्य पर चिंता व्यक्त की।

अपने वीडियो संदेश में डल्लेवाल ने कहा, ‘‘हमें सूचना मिली है कि भाजपा की पंजाब इकाई के नेताओं ने डल्लेवाल के आमरण अनशन को समाप्त कराने के लिए अकाल तख्त से हस्तक्षेप करने की अपील की है। (भाजपा ने अकाल तख्त से अपील की है कि) उन्हें निर्देश दिया जाए ताकि वह अपना अनशन तोड़ दें। मैं अकाल तख्त का सम्मान करता हूं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन भाजपा की पंजाब इकाई को (प्रधानमंत्री नरेन्द्र) मोदी जी, उपराष्ट्रपति (जगदीप धनखड़), कृषि मंत्री (शिवराज सिंह चौहान), (गृह मंत्री) अमित शाह जी से संपर्क करना चाहिए। उनसे मिलने के बजाय, वे अकाल तख्त जत्थेदार से संपर्क कर रहे हैं।’’

पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर डेरा डाले किसान नेताओं ने शुक्रवार को केंद्र सरकार के पुतले भी फूके।

संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के संयोजक डल्लेवाल पिछले साल 26 नवंबर से पंजाब और हरियाणा के बीच खनौरी सीमा पर अनिश्चितकालीन अनशन पर हैं। उनकी मांगों में फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी सहित विभिन्न मांगें शामिल हैं।

डल्लेवाल ने इतने लंबे समय से जारी अपने अनशन के दौरान कोई भी चिकित्सा सहायता लेने से इनकार कर दिया है, जिससे उनका स्वास्थ्य बिगड़ गया है।

डल्लेवाल का उपचार कर रहे चिकित्सकों ने पहले बताया था कि लंबे समय से भूख हड़ताल करने के कारण उनकी हालत ‘‘बिगड़ती’’ जा रही है।

एसकेएम (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के बैनर तले किसान 13 फरवरी से पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी सीमा पर डेरा डाले हुए हैं। इससे पहले, सुरक्षा बलों ने उन्हे दिल्ली कूच करने से रोक दिया था।

भाषा

राजकुमार सुभाष

सुभाष