Angry students gave terrible punishment to teachers : दुमका – आपने कई बार देखा होगा की स्कूल में टीचर्स छात्रों को विभिन्न प्रकार की सजा देते है। लेकिन यहां मामला उलटा है। छात्रों ने टीचर्स को ही खौफनाक सजा दे दी। झारखंड के दुमका में एक सरकारी स्कूल के छात्रों ने अपने टीचर को पहले तो पेड़ से बांधा और बाद में जोरदार पिटाई कर दी। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। दरअसल, मामल कुछ ऐसा है कि इन सभी छात्रों के प्रैक्टिकल में कम नंबर आने की वजह से वे फेल हो गए थे जिससे सभी छात्र आक्रोश में आ गए। जिसके बाद इन छात्रों ने टीचर्स को रस्सी की सहायता से पेड़ से बांध दिया। और पूरी घटना को सोशल मीडिया पर लाइव चलाने लगे। सभी छात्र 9वीं कक्षा के बताए जा रहे है।
ये रहा वीडियोhttps://t.co/WJJpmdjsRT
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NAMAN (@Namanjoshi231) August 31, 2022
Angry students gave terrible punishment to teachers : कुछ देर बाद जब मामला थोड़ा शांत हुआ तो टीचर्स को खोल दिया गया। इस पूरी घटना पर स्कूल के प्रधानाचार्य रामदेव प्रसाद केशरी सहित अन्य टीचरों से पूछताछ की गई। इसके बाद छात्रों को बुलाकर उनसे पूछा गया तो छात्रों ने बताया कि टीचर्स ने प्रैक्टिकल में कम नंबर दिए, जिसके कारण वे लोग फेल हो गए।
Angry students gave terrible punishment to teachers : सरकारी स्कूल के 9वीं कक्षा के 36 छात्रों ने परीक्षा दी थी। जिसका रिजल्ट शनिवार को घोषित किया गयां जिसमें 11 छात्रों को फेल कर दिया। अपने रिजल्ट को लेकर छात्र सोमवार को विद्यालय के प्राचार्य रामदेव प्रसाद केशरी के पास गए और बताया कि टीचर कुमार सुमन ने फेल कर दिया है। इसके बाद छात्र टीचर कुमार सुमन के पास गए और नंबर कम देने की बात कही। जिसके बाद मामला विवाद में तब्दील हो गया। और देखते-देखते छात्रों और टीचर के बीच बहस शुरू हो गई। फिर छात्रों ने क्लर्क सोनेराम चौडे से मिले और अपना पेपर दिखाने की बात कहीं लेकिन क्लर्क ने पेपर दिखाने से मना कर दिया। जिसके बाद छात्रों का क्रोध सातवें आसमान पर पहुंच गया। और क्लर्क के साथ टीचर को पेड़ से बांध दिया।
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Angry students gave terrible punishment to teachers : गोपीकंदर प्रखंड विकास अधिकारी (बीडीओ) अनंत झा ने बताया कि आवासीय स्कूल में 200 छात्र हैं और अधिकांश छात्र इस घटना में शामिल थे। पीड़ित शिक्षक पहले स्कूल के प्रधानाध्यापक थे, लेकिन बाद में अज्ञात कारणों से उन्हें इस पद से हटा दिया गया। स्कूल की कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए क्लास 9 को दो दिन के लिए सस्पेंड कर दिया गया है और छात्रों को उनके घर वापस भेज दिया गया है। छात्रों ने आरोप लगाया कि टीचर ने उन्हें प्रायोगिक परीक्षाओं में कम अंक दिए, जिसके चलते वे परीक्षा में फेल हो गए। जेएसी की साइट पर अंक ऑनलाइन अपलोड करने के लिए क्लर्क कथित रूप से जिम्मेदार था।