शिमला: भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता कमल सोई ने केन्द्र के नए कृषि कानूनों का बचाव करते हुए कहा कि अगर मौजूदा कानून किसानों के लिए लाभकारी होते तो उनमें से अनेक ने आत्महत्या नहीं की होती।
सोई ने शुक्रवार को शिमला की अपनी यात्रा के दौरान ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ”पंजाब में हर साल 700 से 800 किसान आत्महत्या कर लेते हैं।”
पंजाब के लुधियाना जिले के निवासी सोई ने कहा कि उनके राज्य में 95 प्रतिशत कृषि भूमि को बैंकों को गिरवी रखा गया है क्योंकि किसान 125 लाख करोड़ रुपये के कर्ज के बोझ तले दबे हैं।
उन्होंने कहा कि अगर मौजूदा कृषि कानून लाभकारी होते तो बैंकों के भारी-भरकम कर्ज के तले दबकर अनेक किसानों ने आत्महत्या न की होती।
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