बेंगलुरु, 22 सितंबर (भाषा) ‘क्वेस कॉर्प लिमिटेड’ के संस्थापक अध्यक्ष अजीत इसाक ने कहा कि अशोक विश्वविद्यालय में ‘इसाक सेंटर फॉर पब्लिक पॉलिसी’ (आईसीपीपी) के शुरु होने से ना केवल सार्वजनिक नीति कार्यक्रम पेश करना संभव होगा, बल्कि उन्नत अंतरविषयी अनुसंधान करना भी संभव होगा।
इसाक और उनकी पत्नी सारा इसाक द्वारा स्थापित इस परोपकारी संगठन की स्थापना अजीत इसाक फाउंडेशन (एआईएफ) के अनुदान से की गई है।
इसाक ने कहा, ‘‘आईसीपीपी का उद्देश्य एक शोध वातावरण तैयार करना है, जहां विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ आर्थिक विकास, श्रम और रोजगार, स्वास्थ्य सेवा, लैंगिक और राजकोषीय नीति आदि जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण और जटिल नीतिगत चुनौतियों के लिए मापनीय हल ढूंढ़ने में मदद करेंगे।’’
इस केंद्र का औपचारिक शुभारंभ 21 सितंबर की शाम को बेंगलुरु में भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंता नागेश्वरन द्वारा किया गया।
अनंता ने अपने मुख्य भाषण में नीति निर्माण और कार्यान्वयन से जुड़े अनुसंधान अंतराल की पहचान करने और उन्हें दूर करने के लिए ऐसे संस्थानों की आवश्यकता पर बल दिया।
इस मौके पर अशोक विश्वविद्यालय के न्यासी बोर्ड के संस्थापक अध्यक्ष आशीष धवन और कर्नाटक सरकार की अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं विकास आयुक्त उमा महादेवन के बीच एक पैनल चर्चा भी आयोजित की गई।
इसाक सेंटर फॉर पब्लिक पॉलिसी की निदेशक और प्रमुख प्राची मिश्रा और भारत के पंद्रहवें वित्त आयोग के अध्यक्ष और राज्यसभा के पूर्व सदस्य एन के सिंह के बीच चर्चा में सार्वजनिक नीतियों के सफल कार्यान्वयन के लिए अनुसंधान आधारित हस्तक्षेप की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
भाषा संतोष दिलीप
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