अगर भ्रष्टाचार के आरोप साबित हुए तो राजनीति छोड़ दूंगा: त्रिपुरा के मंत्री

अगर भ्रष्टाचार के आरोप साबित हुए तो राजनीति छोड़ दूंगा: त्रिपुरा के मंत्री

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  • Publish Date - September 14, 2024 / 08:23 PM IST,
    Updated On - September 14, 2024 / 08:23 PM IST

अगरतला, 14 सितंबर (भाषा) त्रिपुरा के आदिवासी कल्याण मंत्री विकास देववर्मा ने शनिवार को कहा कि अगर कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक सुदीप रॉय वर्मन दो दिन के भीतर उन पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोपों को साबित कर देते हैं तो वह राजनीति छोड़ देंगे।

सात बार विधायक रह चुके रॉय वर्मन ने मंत्री के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि देववर्मा के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर वह अपने रुख पर कायम हैं।

कांग्रेस विधायक ने राज्य विधानसभा में हाल ही में मंत्री और उनके परिवार के सदस्यों पर भ्रष्ट तरीके से संपत्तियां अर्जित करने का आरोप लगाया था जिनमें अगरतला में जमीन, खोआई जिले में एक पेट्रोल पंप और दिल्ली में एक फ्लैट शामिल हैं। देववर्मा ने आरोपों का खंडन किया।

एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा, ‘‘मैं कोई भिखारी नहीं हूं। मेरे पिता केंद्रीय कर्मचारी थे और मेरी माता राज्य सरकार की कर्मचारी थीं। मैं 1989 से सरकार द्वारा अनुमोदित ठेकेदार हूं।’’

मंत्री ने दावा किया कि विधायक ने उनके और उनके परिवार के खिलाफ उनके राजनीतिक करियर को खराब करने के लिए निराधार आरोप लगाए हैं।

देववर्मा ने कहा, ‘‘अगर वह (कांग्रेस विधायक) मेरे खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों को साबित कर देते हैं तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा।’’

मंत्री ने उनके खिलाफ ‘‘भ्रष्टाचार के झूठे आरोप’’ लगाने के लिए कांग्रेस विधायक के विरुद्ध मानहानि का मुकदमा दर्ज कराने की भी बात कही।

इस जवाब में कांग्रेस के विधायक रॉय वर्मन ने कहा, ‘‘मैंने विधानसभा में मंत्री के खिलाफ जो भी आरोप लगाए हैं, वे वास्तविकता पर आधारित हैं। मैं अपने रुख पर कायम हूं।’’

उन्होंने दावा किया कि भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद देववर्मा अपने मंत्री पद को बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।

रॉय वर्मन ने कहा, ‘‘मैं मांग करता हूं कि भ्रष्टाचार में लिप्त आदिवासी कल्याण मंत्री को तत्काल बर्खास्त किया जाए।’’

भाषा

खारी माधव

माधव