जयपुर : Rajendra Singh Gudha : राजस्थान में एक बार फिर सियासी हलचल तेज हो गई है। राजेंद्र सिंह गुढ़ा को मंत्री पद से हटाए जाने के बाद प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर से हलचल बढ़ने की उम्मीद है। वहीं मंत्री पद से बर्खास्त किए जाने के बाद राजेंद्र सिंह गुढ़ा की पहली प्रतिक्रया सामने आई है। उन्होंने कहा मुझे जो सही लगा वो मैंने बोला। ये बात रखना कोई गुनाह थोड़े था। मुझे जो ठीक लगता है वो मैं बोलता हूं। जब ये सरकार अल्पमत में थी तब हमने इस सरकार को मजबूती देने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। हमारी तरफ से जब भी सरकार पर कोई संकट आया, कोई दिक्कत आई तो हम पूरी ताकत के साथ खड़े रहे।
Rajendra Singh Gudha : गुढ़ा ने कहा मुझे सच बोलने की सजा मिली। उन्होंने कहा कि राजस्थान महिला दुष्कर्म मामलों में अव्वल है। आरपीएससी में भ्रष्टाचार है। सरकार कमियां सुधारने के बजाय कोई कार्रवाई ही नहीं कर रही। हमें बहन बेटियों ने इसलिए जिताकर भेजा था कि हम उनके मान-सम्मान की रक्षा और हिफाजत कर सकें। सारे रिकॉर्ड कहते हैं कि राजस्थान महिला अत्याचार में नंबर एक पर पहुंच गया है।
#WATCH | Sikar: ” I was elected by the women of Udaipurwati so that I can protect them and uphold their dignity, but day by day, crimes against women are increasing in Rajasthan…this state has become no. 1 when it comes to crimes against women…we need to retrospect or else… pic.twitter.com/eyfJf6L5lB
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) July 21, 2023
यह भी पढ़ें : आज होगा उत्कृष्टता अलंकरण समारोह का आयोजन, राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन होंगे शामिल
Rajendra Singh Gudha : राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने कहा कि मणिपुर की घटना शर्मसार कर देने वाली घटना थी और उसकी निंदा होनी चाहिए। हमने बस इतना कहा था कि हमें अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। हम चार महीने बाद जनता के बीच में जाएंगे। हम जनता का सामना कैसे करेंगे? हमने बस गिरेबान की बात की थी और कोई बात नहीं थी। मुझे सच बोलने की सजा मिली है।
यह भी पढ़ें : ट्रक से टकराई तेज रफ़्तार SUV, चार लोगों की हुई मौत
Rajendra Singh Gudha : बता दें कि गुढ़ा ने विधानसभा में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कहा था कि हम महिलाओं की सुरक्षा में असफल हो गए। राजस्थान में जिस तरह से महिलाओं के ऊपर अत्याचार बढ़े हैं उसे देखने के बाद मणिपुर के बजाय हमें अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। इसके कुछ ही देर बाद गुढ़ा को बर्खास्त कर दिया गया। गुढ़ा की बर्खास्तगी के बाद राजस्थान की सियासत एक बार फिर से गरमा गई है। इस साल के अंत में वहां विधानसभा चुनाव है।