भाजपा के विधान पार्षद के व्यवहार से सदमे में हूं: मंत्री हेब्बालकर

भाजपा के विधान पार्षद के व्यवहार से सदमे में हूं: मंत्री हेब्बालकर

  •  
  • Publish Date - December 20, 2024 / 03:12 PM IST,
    Updated On - December 20, 2024 / 03:12 PM IST

बेलगावी (कर्नाटक), 20 दिसंबर (भाषा) कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधान पार्षद सी.टी. रवि पर अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल करने का आरोप लगाने वालीं मंत्री लक्ष्मी हेब्बालकर ने शुक्रवार को कहा कि वह इस घटना से ‘‘बेहद सदमे में और दुखी’’ हैं।

मंत्री ने कहा कि कांग्रेस नेता एवं लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ रवि द्वारा कुछ अपमानजनक टिप्पणी किए जाने पर जब वह पलटवार कर रही थीं तो भाजपा नेता ने उनसे बार-बार अपमानजनक शब्द कहे और अपमानित किया।

हेब्बालकर ने कहा, ‘‘…मैं बेहद सदमे में हूं और दुखी भी। घटना के तुरंत बाद, मेरी बहू ने मुझे फोन किया और कहा कि आप एक योद्धा हैं, हम सब आपके साथ हैं। बेंगलुरु में मौजूद मेरे बेटे ने मुझे फोन किया और हौसला बढ़ाने की कोशिश की कि वह मेरे साथ खड़ा है। मेरे निर्वाचन क्षेत्र के लोग मेरे साथ हैं। कांग्रेस पार्टी मेरे साथ है।’’

उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि बीआर आंबेडकर के खिलाफ टिप्पणी पर परिषद में विरोध जताया गया और अध्यक्ष ने सदन को 10 मिनट के लिए स्थगित कर दिया तथा जब वह अपनी सीट पर बैठीं तो रवि ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ कुछ अपमानजनक टिप्पणी की।

हेब्बालकर ने कहा कि जब रवि ने दोबारा वही शब्द कहे तो उन्होंने आपत्ति जताई और उनकी (रवि की) संलिप्तता वाली अतीत की उस दुर्घटना का जिक्र किया, जिसमें कथित तौर पर लोगों की जान चली गई थी।

उन्होंने कहा कि इस पर ‘‘रवि ने तुरंत अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल किया, जिसे आप सभी ने सुना है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे यह शब्द बोलते हुए भी घृणा हो रही है। कई मुश्किलों को झेलकर अपने साहस से मैं इस समाज और राजनीति में एक आम कार्यकर्ता से इस स्तर तक पहुंची हूं, जहां मैं महिलाओं का प्रतिनिधित्व करती हूं। मेरे खिलाफ 10 बार अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल किया गया और मुझे अपमानित किया गया।’’

इस बात पर जोर देते हुए कि इस तरह की बातों से वह नहीं डरेंगी, मंत्री ने कहा कि हालांकि, वह भी एक मां, बहन और सास हैं और कई महिलाएं राजनीति में आने के लिए उनसे प्रेरणा लेती हैं। उन्होंने कहा, ‘‘अगर सदन के अंदर इस तरह से अपमानित किया जाता है, तो यह दुख पहुंचाता है।’’

हेब्बालकर ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, ‘‘…मैं (लंबे समय से) राजनीति करती आ रही हूं और (मैंने) अपनी पूरी क्षमता से लोगों की सेवा करने की कोशिश की है। मैं बुरे लोगों और बुरी चीजों से दूर रहती हूं। स्वाभाविक रूप से हमें राजनीति में साहसी होना चाहिए, लेकिन विधान परिषद में बुद्धिजीवी लोगों के बीच जब उन्होंने (रवि ने) ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया तो हर कोई ‘धृतराष्ट्र’ बन गया, ऐसा नहीं होना चाहिए था।’’

उन्होंने कहा, ‘‘जिन्होंने इसे सुना, वे मेरे पास आए और माफी मांगी, लेकिन किसी ने इसकी निंदा नहीं की। लेकिन मेरी पार्टी के लोग मेरे साथ खड़े रहे… मेरे साथ ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि मैंने राहुल गांधी के बारे में कही जा रही बातों पर आपत्ति जताई थी।’’

मंत्री हेब्बालकर द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर भाजपा नेता के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 75 (यौन उत्पीड़न) और 79 (किसी महिला की शील भंग करने के इरादे से अपशब्द बोलना, इशारे करना या कृत्य) के तहत बृहस्पतिवार को मामला दर्ज किया गया।

भाजपा नेता ने आरोप को ‘‘झूठा’’ बताते हुए इनका खंडन किया है।

भाषा

खारी सुरेश

सुरेश