भाजपा के वकील कैसे बन गए थरूर : उदित राज

भाजपा के वकील कैसे बन गए थरूर : उदित राज

भाजपा के वकील कैसे बन गए थरूर : उदित राज
Modified Date: April 28, 2025 / 03:08 pm IST
Published Date: April 28, 2025 3:08 pm IST

नयी दिल्ली, 28 अप्रैल (भाषा) कांग्रेस नेता उदित राज ने पहलगाम आतंकी हमले के संदर्भ में पार्टी सांसद शशि थरूर की एक टिप्पणी को लेकर सोमवार को उन पर निशाना साधा और कहा कि आखिर वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वकील कैसे बन गए।

थरूर ने रविवार को कहा था कि पहलगाम आतंकी हमले में कुछ चूक जरूर है, लेकिन अपनी बेहतरीन खुफिया सेवाओं के लिए विख्यात इजराइल का भी उदाहरण है जहां दो साल पहले बड़ा हमला हुआ था।

उनका यह भी कहना था कि किसी भी देश के पास 100 प्रतिशत पुख्ता खुफिया सेवा (फूलप्रूफ इंटेलिजेंस) नहीं हो सकती।

 ⁠

कांग्रेस के प्रकोष्ठ ‘असंगठित कामगार एवं कर्मचारी कांग्रेस’ के अध्यक्ष उदित राज ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘शशि थरूर ने कहा किसी देश के पास 100 प्रतिशत ‘फुलप्रूफ इंटेलिजेंस’ नहीं है। 26/11 के मुंबई हमले के समय (गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री) नरेन्द्र मोदी जी गुजरात से मुंबई पहुंचकर कहा था कि केंद्र सरकार की असफलता है। यह भी कहा था समस्या केंद्र है सीमा पर नहीं। कैसे आतंकी आए जब खुफिया, बीएसएफ, सीआरपीएफ केंद्र के पास है। थरूर जी मोदी जी से यह पूछना चाहिए।’’

उनके अनुसार, सत्ता में कांग्रेस नहीं है फिर भी समय समय पर भाजपा आलोचना करती रहती है।

पूर्व सांसद ने कहा, ‘‘भाजपा के लोग कहते हैं कांग्रेस के समय आतंकवादी मार कर चले जाते थे तो क्या आपको यह पूछना नहीं चाहिए उरी, पठानकोट, पुलवामा और पहलगाम में मार कर कैसे चले गए?’’

उदित राज ने कटाक्ष करते हुए सवाल किया, ‘‘ भाजपा सरकार ख़ुद सुरक्षा चूक मानी तो भाई थरूर जी आप कैसे उनके वकील बन गए ?’’

उन्होंने कहा, ‘‘2014 के लोकसभा के चुनाव के समय घर घर चर्चा होती थी एक बार मोदी जी प्रधानमंत्री बन जायें तो लाहौर तक घुस कर मारेंगे और पीओके ले ले लेंगे। आपको भाजपा से पूछना चाहिए क्या ऐसा हुआ? ’’

कांग्रेस नेता ने कहा कि थरूर ने प्रधानमंत्री मोदी की इस साल हुई अमेरिका यात्रा की तारीफ की थी।

उन्होंने कहा, ‘‘आप (थरूर) कांग्रेसी हैं और पूछना चाहिए कि मोदी जी पाकिस्तान को 1965 और 1971 की कांग्रेस सरकार की तरह सबक कब सिखायेंगे ।’’

उदित राज ने सवाल किया, ‘‘भाजपा से कांग्रेस से ‘फूलप्रूफ इंटेलिजेंस’ की मांग करती रही तो आप किसके साथ खड़े हैं?

भाषा हक हक रंजन

रंजन


लेखक के बारे में