UCC in Uttarakhand : उत्तराखंड के लिए ऐतिहासिक दिन.. आज राज्य में लागू होगा UCC, सीएम पुष्कर सिंह धामी करेंगे पोर्टल का उद्घाटन

UCC in Uttarakhand : उत्तराखंड के लिए ऐतिहासिक दिन.. आज राज्य में लागू होगा UCC, सीएम पुष्कर सिंह धामी करेंगे पोर्टल का उद्घाटन |

  •  
  • Publish Date - January 27, 2025 / 09:32 AM IST,
    Updated On - January 27, 2025 / 09:46 AM IST

देहरादून। UCC will be implemented in Uttarakhand Today : आज उत्तराखंड के लिए एक ऐतिहासिक दिन हैं। आज से राज्य में यूसीसी लागू होने जा रहा है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को कहा कि प्रदेश में सोमवार से समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू कर दी जाएगी और इसके साथ ही यह भारत का पहला राज्य होगा, जहां यह कानून प्रभावी होगा। बता दें कि आज सीएम पुष्कर सिंह धामी दोपहर 12:30 बजे सचिवालय में UCC पोर्टल का उद्घाटन करेंगे। सीएम ने विधानसभा चुनाव 2022 में यूसीसी की घोषणा की थी।

read more : Dharma Sansad in Mahakumbh 2025 : आज महाकुंभ में लगेगी साधु-संतों की धर्म संसद.. सनातन बोर्ड का होगा ऐलान, चारों शंकराचार्य समेत 13 अखाड़े होंगे शामिल 

मुख्यमंत्री ने यहां शनिवार शाम जारी एक बयान में कहा कि यूसीसी लागू करने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं, जिसमें अधिनियम की नियमावली को मंजूरी और संबंधित अधिकारियों का प्रशिक्षण शामिल है। उन्होंने कहा कि यूसीसी से समाज में एकरूपता आएगी और सभी नागरिकों के लिए समान अधिकार और दायित्व सुनिश्चित होंगे।

सीएम धामी ने कहा, यूसीसी प्रधानमंत्री (नरेन्द्र मोदी) द्वारा देश को विकसित, संगठित, समरस और आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाने के लिए किए जा रहे महान यज्ञ में हमारे प्रदेश द्वारा अर्पित की गई एक आहुति मात्र है। समान नागरिक संहिता के अंतर्गत जाति, धर्म, लिंग आदि के आधार पर भेद करने वाले व्यक्तिगत नागरिक मामलों से संबंधित सभी कानूनों में एकरूपता लाने का प्रयास किया गया है। उत्तराखंड में यूसीसी को लागू करना 2022 में हुए विधानसभा चुनावों के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा किए गए प्रमुख वादों में से एक था। मार्च में दोबारा सत्ता संभालते ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में मंत्रिमंडल की पहली ही बैठक में यूसीसी प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए उसका मसौदा तैयार करने के लिए विशेषज्ञ समिति के गठन पर मुहर लगा दी गयी थी।

 

राष्ट्रपति ने दी मंजूरी

उच्चतम न्यायालय की सेवानिवृत्त न्यायाधीश रंजना प्रकाश देसाई की अध्यक्षता में 27 मई 2022 को विशेषज्ञ समिति गठित की गयी थी, जिसने लगभग डेढ़ वर्ष में विभिन्न वर्गों से बातचीत के आधार पर चार खंडों में तैयार अपनी विस्तृत रिपोर्ट दो फरवरी 2024 को राज्य सरकार को सौंपी। रिपोर्ट के आधार पर सात फरवरी 2024 को राज्य विधानसभा के विशेष सत्र में यूसीसी विधेयक पारित कर दिया गया और उसके एक माह बाद 12 मार्च 2024 को राष्ट्रपति ने भी उसे अपनी मंजूरी दे दी।

यूसीसी अधिनियम बनने के बाद पूर्व मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिंह की अध्यक्षता में गठित की गयी एक समिति ने इसके क्रियान्वयन के लिए नियमावली तैयार की जिसे हाल ही में राज्य मंत्रिमंडल ने भी मंजूरी दे दी। सोमवार को यूसीसी लागू होने के बाद उत्तराखंड ऐसा कराने वाला भारत का पहला राज्य बन जाएगा।

 

 

1. उत्तराखंड में UCC कब लागू हो रहा है?

उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता (UCC) 29 जनवरी 2024 से लागू हो रही है।

2. UCC का उद्देश्य क्या है?

UCC का उद्देश्य समाज में एकरूपता लाना है, जिससे सभी नागरिकों को समान अधिकार और दायित्व मिले। इसके तहत जाति, धर्म, लिंग आदि के आधार पर भेदभाव करने वाले नागरिक कानूनों में एकरूपता लाई जाएगी।

3. उत्तराखंड पहला राज्य क्यों बन रहा है, जो UCC लागू कर रहा है?

उत्तराखंड भारत का पहला राज्य बन रहा है, जहां समान नागरिक संहिता लागू की जाएगी। यह कदम मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में लिया गया है, जिन्होंने विधानसभा चुनाव 2022 में इसका वादा किया था।

4. UCC लागू होने के बाद राज्य में कौन-कौन से बदलाव होंगे?

UCC लागू होने के बाद राज्य में नागरिक मामलों जैसे विवाह, तलाक, विरासत, और संपत्ति अधिकारों के संदर्भ में समान कानून होंगे, जो सभी नागरिकों के लिए समान रूप से लागू होंगे, बिना किसी धर्म, जाति या लिंग के भेद के।

5. UCC लागू करने के लिए किस तरह की प्रक्रिया अपनाई गई थी?

UCC लागू करने के लिए विशेषज्ञ समिति गठित की गई थी, जिसने विभिन्न वर्गों से बातचीत के आधार पर रिपोर्ट तैयार की। इसके बाद राज्य विधानसभा में विधेयक पारित किया गया और राष्ट्रपति की मंजूरी भी प्राप्त की गई।