शिमला, 27 नवंबर (भाषा) कांग्रेस की हिमाचल प्रदेश इकाई की प्रमुख प्रतिभा सिंह ने बुधवार को कहा कि नये साल तक राज्य में पार्टी के संगठनात्मक ढांचे का पुनर्गठन होने की उम्मीद है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने छह नवंबर को हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के साथ-साथ जिला और ब्लॉक इकाइयों को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया था। हालांकि, प्रतिभा सिंह अपने पद पर बनी रहीं।
प्रतिभा सिंह ने यहां संवाददाताओं को बताया कि फेरबदल की इस प्रक्रिया के लिए नियुक्त पर्यवेक्षक विभिन्न जिलों का दौरा करेंगे और नेताओं से इस संबंध में बात करेंगे तथा ऐसे सक्रिय लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी जो पार्टी के लिए समय निकाल सकते हैं, उन्हें आगे लाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि उन पार्टी नेताओं के नामों पर चर्चा की जाएगी जो कांग्रेस छोड़ चुके हैं लेकिन अब भी पार्टी को एकजुट करने और पार्टी से नए लोगों को जोड़ने में योगदान दे सकते हैं।
प्रदेश कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि वह पहले दिन से ही सरकार और संगठन के बीच समन्वय की वकालत करती रही हैं।
हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह ने इससे पहले सोमवार को कहा था, ‘‘ पर्यवेक्षकों को स्थिति को समझने, पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से बातचीत करने, बैठकें करने, क्षेत्र का दौरा करने और अपनी प्रतिक्रिया देने के लिए भेजा गया है।’’
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस गुटबाजी से प्रभावित प्रतीत होती है और फरवरी में राज्यसभा चुनाव के दौरान भी यह देखने को मिली थी जब सत्तारूढ़ पार्टी के उम्मीदवार अभिषेक सिंघवी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के हर्ष महाजन से चुनाव हार गए थे। उस समय कांग्रेस के छह विधायकों ने बगावत कर भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में मतदान किया था।
इस बीच, राज्य के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि संगठन सरकार और जनता के बीच सेतु का काम करता है।
उन्होंने कहा कि संगठन ही जमीनी मुद्दों को सरकार तक ले जाता है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के बेटे सिंह ने कहा कि संगठन की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि सरकार और संगठन के बीच समन्वय, विचारों का आदान-प्रदान और भाईचारे की भावना है तथा दोनों ही जनता के कल्याण के लिए काम कर रहे हैं।
भाषा रवि कांत रवि कांत अविनाश
अविनाश