हेमा समिति की रिपोर्ट: सरकार पर आरोपियों को बचाने के आरोप के बीच केरल में आक्रोश बढ़ा

हेमा समिति की रिपोर्ट: सरकार पर आरोपियों को बचाने के आरोप के बीच केरल में आक्रोश बढ़ा

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  • Publish Date - August 30, 2024 / 03:32 PM IST,
    Updated On - August 30, 2024 / 03:32 PM IST

कोच्चि/तिरूवनंतपुरम, 30 अगस्त (भाषा) मलयालम फिल्म उद्योग की कई महिला कलाकारों द्वारा यौन शोषण के बारे में चौंकाने वाले बयान दिए जाने पर शुक्रवार को केरल में विरोध प्रदर्शन हुए वहीं विपक्ष के नेता वी. डी. सतीसन ने माकपा नीत सरकार पर बलात्कार के आरोपी अभिनेता-नेता मुकेश सहित विभिन्न दोषियों को बचाने का आरोप लगाया।

महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कोच्चि और कोल्लम में सड़कों पर उतरकर माकपा विधायक मुकेश के इस्तीफे और न्यायमूर्ति हेमा समिति के समक्ष मलयालम फिल्म उद्योग की महिला कलाकारों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न आरोपों की गहन जांच की मांग की।

कोच्चि में प्रदर्शनकारियों ने यौन उत्पीड़न के आरोपियों मुकेश, सिद्दीकी और रंजीत के पुतलों की झाड़ू से पिटायी कर अपने गुस्सा का इजहार किया।

कोल्लम में मुकेश के आवास के बाहर विरोध मार्च निकाला गया और कार्यकर्ताओं ने विधायक पद से उनके तत्काल इस्तीफे की मांग की।

सतीशन ने आरोप लगाया कि मलयालम फिल्म उद्योग से जुड़े मामले के आरोपियों को मुख्यमंत्री पिनराई विजयन नीत माकपा के अंदर के एक ‘समूह’ द्वारा संरक्षण दिया जा रहा है।

उन्होंने दावा किया कि माकपा नेता वृंदा करात और भाकपा के बिनॉय विश्वम जैसे वाम नेताओं ने भी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है, लेकिन उन्हें पार्टी के ‘प्रभावशाली समूह’ द्वारा धमकी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि तथाकथित प्रगतिशील नेता इस ‘शक्तिशाली समूह’ के सामने कमजोर हैं।

विपक्ष के नेता ने कहा, ‘सरकार दोषियों को बचा रही है… लेकिन आने वाले दिनों में फिल्म उद्योग को और भी मुश्किल स्थिति का सामना करना पड़ेगा।’

उन्होंने कहा कि पीड़ितों ने साहसपूर्वक न्यायमूर्ति हेमा समिति के समक्ष अपनी बात रखी लेकिन सरकार और पुलिस की ओर से कोई कानूनी कार्रवाई नहीं किए जाने से निराशा ही हाथ लगेगी।

सतीशन ने आरोप लगाया, ‘जो कुछ हो रहा है, वह न्याय व्यवस्था का घोर उल्लंघन है।’

उन्होंने मुख्यमंत्री पर हमला बोलते हुए कहा कि हेमा समिति की रिपोर्ट आने के बाद विजयन ने संवाददाता सम्मेलन करना बंद कर दिया है।

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘वह आजकल दिखाई भी नहीं देते। अगर वह संवाददाता सम्मेलन करते भी हैं, तो केवल उन सवालों के ही जवाब देते हैं, जो उन्हें पसंद हैं।’

उन्होंने कहा कि विपक्ष की मांग है कि आरोपी विधायक मुकेश के इस्तीफे और हेमा समिति की रिपोर्ट की सिफारिश के अनुसार गहन जांच करायी जाए।

न्यायमूर्ति हेमा समिति की रिपोर्ट में किए गए खुलासों के बाद विभिन्न निर्देशकों और अभिनेताओं पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगे हैं। तब से मलयालम फिल्म जगत की कई हस्तियों के खिलाफ प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं।

मलयालम फिल्मों के जाने माने अभिनेता और सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के विधायक एम. मुकेश के खिलाफ बुधवार को बलात्कार का मामला दर्ज किया गया। मुकेश पर एक अभिनेत्री ने आरोप लगाया है कि अभिनेता ने कई साल पहले उसका यौन उत्पीड़न किया था जिसके आधार पर यह मामला दर्ज किया गया।

भाषा अविनाश मनीषा

मनीषा