राहुल के संभल दौरे से पहले गाजीपुर बॉर्डर पर भारी यातायात जाम

राहुल के संभल दौरे से पहले गाजीपुर बॉर्डर पर भारी यातायात जाम

  •  
  • Publish Date - December 4, 2024 / 11:42 AM IST,
    Updated On - December 4, 2024 / 11:42 AM IST

(तस्वीरों सहित)

नयी दिल्ली, चार दिसंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के संभल में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के दौरे से पहले दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे में गाजीपुर सीमा पर लगाए गए अवरोधकों को तोड़कर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के वहां एकत्र होने से यातायत जाम हो गया।

उत्तर प्रदेश पुलिस ने किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए अवरोधक लगा दिए और वाहनों की जांच शुरू कर दी है।

सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) स्वतंत्र कुमार सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘हमें राजमार्ग पर लोगों के एकत्र होने की सूचना मिली है और हमने किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया है।’’

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि संभल में निषेधाज्ञा लागू होने के कारण विपक्ष के नेता राहुल गांधी को जिले में जाते समय गाजियाबाद में ‘यूपी गेट’ पर रोक दिया जाएगा।

संभल में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 (उपद्रव या आशंकाजनक खतरे के तत्काल मामलों में आदेश जारी करने की शक्ति) के तहत प्रतिबंध 31 दिसंबर तक बढ़ा दिए गए हैं। पहले यह प्रतिबंध रविवार को समाप्त होना था।

गाजियाबाद के पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्रा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘हम राहुल गांधी को संभल जाने की अनुमति नहीं देंगे क्योंकि वहां प्रशासन ने निषेधाज्ञा लागू की है। पुलिस गांधी को ‘यूपी गेट’ पर रोकेगी।’’

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को हिंसा प्रभावित संभल के दौरे पर जाएगा। उनके साथ उत्तर प्रदेश के पांच अन्य कांग्रेस सांसद भी मौजूद रहेंगे। प्रतिनिधिमंडल में वायनाड से नवनिर्वाचित सांसद प्रियंका गांधी वाद्रा के शामिल होने की संभावना भी है।

संभल की एक अदालत ने 19 नवंबर को एक मुगल कालीन मस्जिद के सर्वेक्षण का आदेश दिया था और उसी दिन एक टीम ने वहां सर्वेक्षण किया था। तभी से वहां तनाव की स्थिति है। दावा किया गया था कि मस्जिद वाले स्थान पर पहले हरिहर मंदिर था।

उसके बाद 24 नवंबर को दोबारा सर्वेक्षण के दौरान प्रदर्शनकारियों के शाही जामा मस्जिद के पास एकत्र होने और सुरक्षा कर्मियों से भिड़ जाने के दौरान हिंसा भड़क उठी । इस हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई जबकि कई अन्य लोग घायल हो गए थे।

भाषा यासिर मनीषा

मनीषा