पणजी: गोवा में सोमवार को लगातार तीसरे दिन भारी बारिश हुई, जिससे कई निचले इलाकों में पानी भर गया तथा दो दिन में दीवार गिरने की घटनाओं में पांच लोगों की मौत हो गई। पणजी के निकट मंदुर गांव में सोमवार को एक घर की दीवार गिरने से 70-वर्षीय महिला और उसके 51-वर्षीय बेटे की मौत हो गई। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘पणजी के निकट मंदूर गांव में दोपहर में मारिया रोड्रिग्स और उसके बेटे अल्फ्रेड की उनके घर की पिछली दीवार गिरने से मौत हो गई। ग्रामीणों ने उनके शवों को मलबे से बाहर निकाला।’
पुलिस ने बताया कि रविवार को उत्तर गोवा में भारी बारिश के बीच कुंदैम इंडस्ट्रियल एस्टेट में दीवार गिरने की घटना में तीन लोगों की मौत हो गयी। गोवा में शनिवार से भारी बारिश हो रही है और राज्य के शिक्षा विभाग ने सोमवार को 12वीं कक्षा तक के सभी विद्यालयों के लिए अवकाश घोषित किया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने ‘ओरेंज अलर्ट’ जारी करते हुए उत्तर और दक्षिण गोवा जिलों में कई स्थानों पर 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने के साथ मध्यम से भारी बारिश होने का अनुमान जताया है।
पणजी में सुबह साढ़े आठ बजे तक 24 घंटे में सबसे अधिक 360 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी, जबकि क्वेपम में सबसे कम 175 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी। दक्षिण गोवा में कैनाकोना तालुका के कई इलाके रविवार रात से ही जलमग्न हैं। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने पत्रकारों से बातचीत में लोगों से घरों के भीतर रहने और बाढ़ के लिहाज से संवेदनशील इलाकों में न जाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन प्राधिकरण सक्रिय है और दोनों जिलों के जिलाधीश चौबीस घंटे स्थिति पर नजर रख रहे हैं। जल संसाधन विभाग के अनुसार, राज्य के सबसे बड़े सलौलिम बांध में जलस्तर रविवार रात को पूर्ण क्षमता पर पहुंच गया।
कोटिगाओ वन्यजीव अभयारण्य के समीप एवेम गांव के निवासियों ने दावा किया कि उन्हें कैनाकोना शहर से जोड़ने वाला इकलौता पुल जर्जर अवस्था में है और अगर वह ढह गया तो वे पूरी तरह से अलग-थलग पड़ जाएंगे। इलाके के एक निवासी बासुरी देसाई ने कहा, ‘‘पिछले दो दिन से पानी पुल के ऊपर से बह रहा है और उसके दो खंभे टूट गए हैं। लोगों ने इस पुल का इस्तेमाल करना बंद कर दिया है, क्योंकि यह किसी भी समय गिर सकता है।’’ स्थानीय लोगों के अनुसार, उत्तर गोवा के मायेम में भी ऐसी ही स्थिति है, जहां गांव को अन्य इलाकों से जोड़ने वाली सड़क जलमग्न है।