Cardiac arrest in School: 8 साल की बच्ची की मौत का Live वीडियो.. हार्ट अटैक ने ख़त्म की मासूम की जिंदगी, आप भी देंखें

इस मामले ने स्कूलों में प्राथमिक चिकित्सा और स्वास्थ्य जागरूकता की आवश्यकता पर ज़ोर दिया है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि हर स्कूल में सीपीआर और अन्य प्राथमिक उपचार की ट्रेनिंग होनी चाहिए ताकि ऐसी आपात स्थितियों में त्वरित सहायता दी जा सके।

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  • Publish Date - January 11, 2025 / 03:55 PM IST,
    Updated On - January 11, 2025 / 03:57 PM IST

Heart Attack in School Viral Live Video: अहमदाबाद: गुजरात से एक हृदयविदारक घटना सामने आई है, जहां 8 साल की गार्गी नामक बच्ची, जो तीसरी कक्षा में पढ़ती थी, की कार्डियक अरेस्ट के कारण मौत हो गई। शुक्रवार सुबह स्कूल में अचानक बेहोश होकर गिरने के बाद बच्ची को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद उसकी जान नहीं बचाई जा सकी।

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घटना गुजरात के थलतेज स्थित ‘ज़ेबर स्कूल फॉर चिल्ड्रन’ की है। शुक्रवार सुबह गार्गी, हमेशा की तरह स्कूल पहुंची थी। सीसीटीवी फुटेज में देखा गया कि वह अचानक बेचैनी महसूस करने लगी और पास के बेंच पर बैठ गई। इसके कुछ ही देर बाद वह बेहोश हो गई।

सीपीआर और अस्पताल में उपचार

Heart Attack in School Viral Live Video: स्कूल की प्रिंसिपल शर्मिष्ठा सिन्हा ने बताया कि बच्ची को सांस लेने में परेशानी हो रही थी। स्कूल में मौजूद स्टाफ ने उसे तुरंत सीपीआर देने का प्रयास किया। इसके बाद उसे पास के अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने बताया कि गार्गी को कार्डियक अरेस्ट आया था। बच्ची को वेंटिलेटर पर भी रखा गया, लेकिन तमाम प्रयास असफल रहे।

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो

इस दर्दनाक घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में बच्ची की हालत और स्कूल स्टाफ द्वारा की गई मदद की झलक देखी जा सकती है। इस घटना ने गार्गी के परिवार और स्कूल के अन्य बच्चों के बीच गहरा शोक फैला दिया है। विशेषज्ञों का कहना है कि बच्चों में कार्डियक अरेस्ट दुर्लभ है, लेकिन यह गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है।

Heart Attack in School Viral Live Video: इस मामले ने स्कूलों में प्राथमिक चिकित्सा और स्वास्थ्य जागरूकता की आवश्यकता पर ज़ोर दिया है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि हर स्कूल में सीपीआर और अन्य प्राथमिक उपचार की ट्रेनिंग होनी चाहिए ताकि ऐसी आपात स्थितियों में त्वरित सहायता दी जा सके। गार्गी की दुखद मृत्यु ने सभी को गहरे सोचने पर मजबूर कर दिया है कि बच्चों की स्वास्थ्य समस्याओं को समय पर पहचानना और उपचार देना कितना महत्वपूर्ण है।

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1. क्या बच्चों में कार्डियक अरेस्ट होना आम बात है?

नहीं, बच्चों में कार्डियक अरेस्ट दुर्लभ है। हालांकि, यह गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है और इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

2. गार्गी को स्कूल में क्या समस्या हुई थी?

गार्गी ने अचानक बेचैनी महसूस की और बेहोश होकर गिर गई। सीपीआर और अस्पताल में उपचार के बावजूद उसकी जान नहीं बचाई जा सकी।

3. ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए स्कूलों को क्या कदम उठाने चाहिए?

स्कूलों में प्राथमिक चिकित्सा और सीपीआर की ट्रेनिंग अनिवार्य होनी चाहिए। इसके अलावा, स्वास्थ्य जांच और आपातकालीन उपकरण उपलब्ध होने चाहिए।

4. क्या घटना का कोई वीडियो मौजूद है?

हां, घटना का सीसीटीवी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें बच्ची की हालत और स्कूल स्टाफ द्वारा की गई मदद देखी जा सकती है।

5. गार्गी की मृत्यु ने कौन से महत्वपूर्ण मुद्दे उजागर किए हैं?

इस घटना ने बच्चों की स्वास्थ्य समस्याओं की समय पर पहचान, स्कूलों में प्राथमिक उपचार की व्यवस्था और स्वास्थ्य जागरूकता के महत्व पर जोर दिया है।