नई दिल्ली: सीएए और एनआरसी को लेकर देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन का दौर लगातार जारी है। वही, सोमवार को दिल्ली के कुछ इलाकों में हिंसक झड़प की खबरें सामने आई थी। सीएए और एनआरसी के विरोध में शाहीन बाग इलाके में पिछले तीन महीने से प्रदर्शनकारी महिलाएं डटी हुईं हैं। इसी बीच खबर आ रही है कि सीएए और एनआरसी को लेकर दिल्ली सहित कई राज्यों में हुई हिंसक घटनाओं का मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है। मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने जल्द ही सुनवाई करने की बात कही है।
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बताया जा रहा है कि सीएए और एनआरसी को लेकर शाहीन बाग इलाके में हुए हिंसक प्रदर्शन को लेकर भीमा आर्मी चीफ चंद्रशेखर ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। इसके साथ ही दो और लोगों ने भी हिंसक प्रदर्शन को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। पूर्व चीफ इंफॉर्मेशन कमिश्नर वाजाहत हबीबुल्लाह, भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद और बहादुर अब्बास नकवी ने अदालत से याचिका पर सुनवाई करने की मांग की है।
याचिकाकर्ताओं ने भाजपा नेता कपिल मिश्रा पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्होंने लोगों को भड़काकर दंगा करवाया है। मामले में दिल्ली पुलिस के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया जाना चाहिए। याचिकाकर्ताओं का कहना है कि राजधानी दिल्ली में 23 और 24 फरवरी को जितने भी हमले हुए हैं, उनको लेकर दिल्ली पुलिस के खिलाफ मामला दर्ज किया जाना चाहिए। साथ ही उन महिलाओं को सुरक्षा देने की बात की गई है, जो शाहीन बाग सहित कई इलाकों में प्रदर्शन कर रहीं हैं।
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याचिकाकर्ताओं करी अपील पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि दिल्ली में सीएए और एनआरसी को लेकर जितनी भी हिंसक घटनाएं हुईं हैं, उन्हें सूचीबद्ध किया जाए। इन मामलों में जल्द ही सुनवाई होगी।
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