गुरुग्राम, 25 फरवरी (भाषा) हरियाणा सरकार ने राज्य में इमारतों की संरचनात्मक मजबूती की जांच करने के लिए एक समिति का गठन किया है। इसमें वे इमारतें भी शामिल हैं जो राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में हैं।
यह जानकारी हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने गुरुग्राम में दो-दिवसीय शहरी विकास सम्मेलन के उद्घाटन भाषण में दी।
कौशल का यह बयान ऐसे समय आया है जब कुछ ही दिन पहले शहर की एक बहुमंजिला इमारत में छठी मंजिल से पहली मंजिल तक एक फ्लैट के ड्राइंग रूम की छत ढह गई थी। उक्त घटना में इमारत की दो महिला निवासियों की मौत हो गई थी और केंद्र सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
मुख्य सचिव ने कहा कि हरियाणा ने आवासीय संपत्तियों के संरचनात्मक मुद्दों से निपटने के लिए एक विशेष संरचनात्मक इंजीनियरिंग समिति का गठन किया है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए एक तंत्र विकसित करने की कोशिश कर रही है कि आवंटियों को गुणवत्तापूर्ण निर्माण मिले, क्योंकि गुरुग्राम और फरीदाबाद एनसीआर के महत्वपूर्ण शहर हैं और शहरीकरण के मुद्दों को हल करने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि शहरीकरण में शहरों में बिजली, पेयजल और परिवहन उपलब्ध कराने के अलावा वहां भवनों का गुणवत्तापूर्ण निर्माण सुनिश्चित करना भी शामिल है। उन्होंने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि एनसीआर क्षेत्र लोगों की उम्मीदों के अनुरूप विकास करे।
सम्मेलन के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता करते हुए, केंद्र सरकार के आवास और शहरी मामलों के सचिव मनोज जोशी ने सम्मेलन के एजेंडे की सराहना करते हुए कहा कि यह बहुत व्यापक है और शहरीकरण के सभी पहलुओं को शामिल करता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि हर परिवार के सिर पर छत हो।
छोटे शहरों में अनियोजित शहरीकरण पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का मानना है कि आने वाले 20 वर्षों में शहरीकरण से देश के विकास में तेजी आएगी।
भाषा
अमित सुरेश
सुरेश