जींद: हरियाणा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली से लगे हुए इलाकों में पराली जलाने के चलते प्रदुषण की समस्या बढ़ जाती है। पहले ही देश की राजधानी दिल्ली में इतन प्रदुषण है और पराली जलाने के बाद प्रदुषण चरम पर पहुंच जाता है। हलांकि हरियाणा सरकार ने पराली जलाने वाले किसानों को जागरूक करने के लिए कृषि विभाग के अधिकारियों को जिम्मेदारी दी थी, लेकिन हैरानी की बात यह है कि किसानों को जागरूक करते-करते अधिकारियों ने 40 लाख रुपए खर्च डाले। वो भी समोसे और लड्डू में।
भले ही ये बातें आपको हवा हवाई लगे, लेकिन इस बात का खुलासा आरटीआई के जरिए हुआ है। दरअसल कृषि विभाग ने आरटीआई के जरिए जानकारी देते हुए बताया कि अधिकारियों ने किसानों को पराली न जलाने के लिए जागरूकता अभियान चलाया था। इस दौरान अधिकारियों ने गांव-गांव जाकर किसानों के साथ बैठक किया और उन्हें पराली न जलाने के संबंध में जानकारी दी। विभाग ने हर गांव में 2 बार मीटिंग ली, टेंट लगाया और किसानों को इकट्ठा किया।
बताया गया कि मीटिंग के दौरान किसान को एक समोसा, 2 लड्डू और 2 गुलाब जामुन खिलाए गए। इस कार्य में प्रति किसान के पीछे 57 रुपए खर्च किए गए। किसान को जो खाना खिलाया गया, बिल में उसे 120 प्रति किसान दिखाया गया है। कृषि विभाग ने ये खर्चा जुलाई 2018 से लेकर अक्टूबर 2018 तक किया। कृषि विभाग का कहना है कि ये सभी आरोप निराधार है। विभाग की ओर कहा गया कि किसानों के लिए आगे भी इस तरह के अच्छे आइडिया लाते रहेंगे।