चंडीगढ़, 23 जुलाई (भाषा) हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने मंगलवार को केंद्रीय बजट की सराहना करते हुए इसे संतुलित, सर्वस्पर्शी, समावेशी और विकासोन्मुखी बताया।
सैनी ने कहा कि यह बजट प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए निर्धारित प्रतिमानों को गति देने में मील का पत्थर साबित होगा।
सैनी ने जहां बजट की सराहना की, वहीं हरियाणा के कई वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने इसे ‘‘निराशाजनक’’ बताया। हरियाणा में इस साल के अंत में चुनाव होने हैं।
बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि वित्त मंत्री सीतारमण ने गरीब कल्याण और मध्यम वर्ग की अपेक्षाओं का पूरा ध्यान रखा है।
उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, “ ये बजट संतुलित, सर्वस्पर्शी, सर्वसमावेशी और विकासोन्मुखी है।”
सैनी ने कहा कि आम बजट 2024-25 ‘विकसित भारत-आत्मनिर्भर भारत’ के निर्माण का आर्थिक दस्तावेज है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बजट में गांव, गरीब, किसान, महिला, नौजवान समेत समाज के सभी तबकों के समग्र विकास का संकल्प, हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की दृष्टि और वंचित को वंचना से मुक्त कराने का रोडमैप है।
उन्होंने पोस्ट में कहा, “नए भारत को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था और विश्व का ‘ग्रोथ इंजन’ बनाने का मार्ग प्रशस्त करने वाले इस लोक-कल्याणकारी बजट के लिए आदरणीय प्रधानमंत्री जी का हृदय से आभार एवं मा. केंद्रीय वित्त मंत्री जी का हार्दिक अभिनंदन।”
दूसरी तरफ कांग्रेस महासचिव और सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा ने बजट को ‘निराशाजनक’ करार दिया।
उन्होंने कहा, “हरियाणा को पूरी तरह से नजरअंदाज किया गया है। यह बहुत बड़ी निराशा है।”
कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी बजट को मायूस करने वाला बताया।
सुरजेवाला ने कहा कि इसमें किसानों के लिए कुछ भी नहीं है, न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कोई गारंटी नहीं है और कर्ज से कोई राहत नहीं है।
उन्होंने ‘एक्स’ पर कहा, “डीजल, कीटनाशक, दवा, खाद के दाम कम नहीं होंगे। सिर्फ बातें और सिर्फ बातें हैं।”
सुरजेवाला ने यह भी दावा किया कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट भाषण में एससी, एसटी या बीसी (अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग) शब्दों का कोई उल्लेख नहीं है।
उन्होंने आरोप लगाया, यह स्पष्ट है कि यह समाज के इन वर्गों को हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में भाजपा के पक्ष में मतदान न करने की सजा है। उन्होंने कहा कि यह भाजपा का एससी-एसटी-बीसी विरोधी चेहरा भी है।
सुरजेवाला ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, हरियाणा तथा राजस्थान ने लोकसभा चुनाव में भाजपा को ‘हराया’ तो इन राज्यों का नाम बजट से ही हटा दिया गया।
रोहतक से सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी बजट को निराशाजनक बताया है।
भाषा नोमान प्रशांत
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