MP Anurag Thakur angry at Himachal government :शिमला: वित्तीय संकट से जूझ रहे हिमाचल प्रदेश सरकार ने इस महीने अपने सरकारी कर्मचारियों को सैलरी और रिटायर्ड कर्मियों का पेंशन अब तक उनके खातों में अंतरण नहीं किया हैं। इस पर विपक्षी दल भाजपा ने राज्य सरकार के मुखिया सुखविंदर सिंह सुक्खू पर हमला बोला हैं। भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने हिमाचल की कांग्रेस सरकार को निशाने पर लिया है। उन्होंने कांग्रेस को उनके चुनावी वादे याद दिलाते हुए जमकर घेरेबंदी की है।
हमीरपुर सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, “हिमाचल प्रदेश की क्या हालत है? क्या आपमें से कोई पेंशनभोगी है? आज तारीख क्या है? क्या आपको पेंशन मिली? क्या सरकारी कर्मचारियों को वेतन मिला? 4 सितंबर है, लेकिन वेतन का कोई अता-पता नहीं है। हिमाचल प्रदेश ने इतने बुरे दिन कभी नहीं देखे।”
MP Anurag Thakur angry at Himachal government अनुराग ठाकुर ने तंज कसते हुए कहा, ‘कांग्रेस आई, बुरे दिन लाई’… कांग्रेस का आना बुरी खबर थी। उन्होंने कहा था कि वे हर महीने हर महिला को 1500 रुपये देंगे, डेढ़ साल से ज्यादा हो गया है। हिसाब-किताब वैसा का वैसा ही है। डेढ़ साल हो गया है, सरकारी कर्मचारियों डीए नहीं दिया गया है। सरकारी कर्मचारियों को पेंशनभोगियों का हक नहीं मिल रहा है।
सांसद ने कहा, ‘सीएम कह रहे हैं कि भाजपा ने 600 स्कूल, कॉलेज और अस्पताल खोले और यही वजह है कि वे वेतन नहीं दे पा रहे हैं। जो सरकार स्कूल और अस्पताल नहीं खोलेगी, वह और क्या करेगी? यह सरकार अपने दोस्तों को फायदा पहुंचा रही है, लेकिन सरकारी कर्मचारियों पर अत्याचार कर रही है।”
#WATCH | Hamirpur, Himachal Pradesh: BJP MP Anurag Thakur says, “What is the condition of Himachal Pradesh? Is any of you a pensioner? What is the date today? Did you get your pension? Did the government employees receive their salaries?… It is September 4, but there is no… pic.twitter.com/jrixbEHJCW
— ANI (@ANI) September 4, 2024
गौरतलब है कि, हिमाचल प्रदेश में ऐसा पहली दफे हुआ हैं जब सरकारी कर्मचारियों की तनख्वाह महीने की पहली तारीख को उनके खातों में जमा नहीं हो सकी हैं। अब सभी की पगार अगले दो-तीन दिनों में खातों में जमा होगी। सूत्रों की मानें तो आने वाले 5 सितम्बर को ट्रेजरी में पैसा आएगा।
MP Anurag Thakur angry at Himachal government बता दें कि हिमाचल प्रदेश में सरकारी कर्मचारियों को हर महीने वेतन देने के लिए राज्य सरकार को 1 हजार 200 करोड़ रुपये खर्च करने पड़ते हैं। इसी तरह सेवानिवृत्त कर्मियों के पेंशन पर हर महीने 800 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च होती है। इस तरह देखा जाये तो यह खर्च 2 हजार करोड़ रुपये बनता है। फिलहाल, राज्य सरकार की ओर से वेतन 5 तारीख के बाद ही दिया जाएगा, लेकिन फिलहाल किसी के खाते में राशि नही आई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हिमाचल प्रदेश पर फ़िलहाल करीब 94 हजार करोड़ रुपये का भारी कर्ज है। इस वित्तीय बोझ ने राज्य की माली हालत को कमजोर कर दिया है, जिसके कारण हिमाचल सरकार को पुराने लोन चुकाने के लिए नए कर्ज लेने पड़ रहे हैं। कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए राज्य सरकार पर लगभग 10 हजार करोड़ रुपये की देनदारियां शेष हैं। इस राशि का भुगतान न कर पाने के हालात में सरकार को भारी नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है।