श्रीनगर: डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) के प्रमुख गुलाम नबी आजाद ने अकेले भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू करने के फैसले को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि देश भर में एक साथ यात्रा करने के लिए अन्य राजनीतिक दलों को भी साथ लेना चाहिए था। गुलाम नबी आजाद ने कहा कि अकेले जाने से कुछ हासिल नहीं होगा।
नबी ने निशाना साधते हुए कहा “कांग्रेस का कहना है कि 26 दलों को हमें समर्थन देना चाहिए, लेकिन वे अकेले यात्रा निकाल रहे हैं। देश भर में एक साथ यात्रा करने के लिए अन्य राजनीतिक दलों को साथ लेना चाहिए था, इससे एक संदेश जाता।
आजाद ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा विपक्षी गठबंधन से नाता तोड़ने के बाद इंडिया ब्लॉक पर भी निशाना साधा और कहा, ”एकता कहना और जमीन पर एकता रखना दो अलग-अलग चीजें हैं।” जगहें खाली रखनी हैं। नेतृत्व को खुला रखना है।”
पार्टी महासचिव के रूप में अपने 45 साल के कार्यकाल के दौरान गठबंधन बनाने की अपनी सफल रणनीति को याद करते हुए आजाद ने कहा, ”कांग्रेस ने 26 पार्टियों से समर्थन मांगा लेकिन से समर्थन वापस ले लिया।” एकता तो उसी दिन टूट गई जब एकल यात्रा शुरू हुई। यह 26 दलों की यात्रा होनी चाहिए थी। यह फार्मूला मैंने केरल और कर्नाटक में किया।
उन्होंने कहा, आंध्र में मैंने भी ऐसा किया…सभी को मौका दिया गया।” उन्होंने कहा, ”शायद बिहार को छोड़कर कांग्रेस के पास देने के लिए कुछ नहीं है। आज़ाद ने कहा, ”तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बंगाल, उत्तर पूर्व और ओडिशा में उनके पास कुछ भी नहीं है।” उन्होंने इंडिया ब्लॉक के गठन को ‘मज़बूरी का विवाह’ भी कहा और कहा कि कांग्रेस ऐसा नहीं कर सकती।