गांधीनगर, 25 मार्च (भाषा) गुजरात विधानसभा में एकमात्र मुस्लिम विधायक इमरान खेड़ावाला ने विधानसभा अध्यक्ष से संरक्षण की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कुछ सदस्यों ने उन्हें एक ‘विशेष समुदाय’ का व्यक्ति बताते हुए उनके बारे में ‘अपमानजनक टिप्पणी’ की है।
इसके बाद विधानसभा शंकर चौधरी ने सभी विधायकों को व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं करने और मंत्रियों व विधायकों से एक-दूसरे का सम्मान करने की अपील की।
अहमदाबाद शहर के जमालपुर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले खेड़ावाला ने सोमवार को एक प्रस्तावित ओवर-ब्रिज की स्थिति के बारे में पूछा, जोकि मुस्लिम बहुल जुहापुरा और सरखेज क्षेत्रों से होकर गुजरना है।
उन्होंने एक पूरक प्रश्न के माध्यम से पुल के कार्य से जुड़ी जानकारी मांगी। राज्य मंत्री जगदीश विश्वकर्मा ने जवाब देते हुए कहा कि उन्हें काम पूरा करने में खेड़ावाला की मदद की आवश्यकता है क्योंकि एक विशेष समुदाय के मांसाहार के परिवहन से जुड़े 700 ट्रक, दुकानें, किओस्क, 1200 से अधिक रिक्शा और 11 गैराज ने अवैध रूप से क्षेत्र में अतिक्रमण कर रखा है।
मंत्री ने कहा कि ‘एक विशेष समुदाय’ के छह धार्मिक अतिक्रमण भी वहां हैं।
मंत्री ने कहा कि हाल ही में जमालपुर में खेड़ावाला के ‘अनधिकृत’ कार्यालय को ध्वस्त किया गया।
विश्वकर्मा ने कहा, ‘‘जब भी राज्य सरकार अतिक्रमण हटाती है, तो विपक्षी सदस्य राजनीतिक दुर्भावना से सरकार को बदनाम करने की साजिश करते हैं। जब भी हम अतिक्रमण हटाते हैं, तो कांग्रेस के सदस्य सोशल मीडिया और टीवी (चैनलों) पर छा जाने के इरादे से सरकार को बदनाम करने की साजिश करते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब सरकार अतिक्रमण हटाती है, तो कृपया उसका समर्थन करें और उसे रोकें नहीं।’’
खेड़ावाला ने इस बात से इनकार किया कि उनका कार्यालय अनधिकृत था और उन्होंने कानूनी दस्तावेज दिखाने की पेशकश की।
प्रश्नकाल के बाद खेड़ावाला ने सदन में व्यवस्था का प्रश्न उठाया। उन्होंने कहा, ‘‘जिस तरह से मुझे एक समुदाय का व्यक्ति बताकर अपमानजनक बातें की जा रही हैं, अमितभाई (एलिसब्रिज विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक अमित पी शाह) ने पिछले दिनों अपमानजनक बातें की थीं।’’
खेड़ावाला ने आगे कहा कि 182 विधायकों में एकमात्र मुस्लिम विधायक होने के नाते वह विधानसभा अध्यक्ष से संरक्षण की मांग करते हैं।
उन्होंने कहा, ”मैं संविधान के दायरे में गुजरात के समाज और लोगों के मुद्दे उठाता हूं। सदन में इस तरह की (सांप्रदायिक) टिप्पणियों से बचना चाहिए। मैं दुखी हूं।”
अध्यक्ष शंकर चौधरी ने सभी विधायकों को व्यक्तिगत टिप्पणियां करने से बचने की सलाह दी तथा मंत्रियों और विधायकों से एक-दूसरे का सम्मान करने का अनुरोध किया।
उन्होंने कहा, ”अध्यक्ष होने के नाते हर सदस्य को संरक्षण देना मेरी जिम्मेदारी है। हर सदस्य को (विधानसभा में) संरक्षण मिलता है और मिलता रहेगा। मैं माननीय मंत्री से अपील करता हूं कि वे किसी के नाम का इस्तेमाल करके व्यक्तिगत टिप्पणियां न करें।”
भाषा संतोष पवनेश
पवनेश