गांधीनगर, 28 मार्च (भाषा) गुजरात में कांग्रेस विधायक विमल चुड़ासमा को शुक्रवार को उस वक्त सदन से बाहर करवा दिया गया जब वह राज्य में अवैध खनन में शामिल लोगों के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार द्वारा कार्रवाई नहीं किये जाने का आरोप लगाते हुए आसन के समीप पहुंच गये।
विधानसभा अध्यक्ष शंकर चौधरी ने सोमनाथ सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले चुड़ासमा को आसन के समीप पालथी मारकर बैठने और अवैध खनन के मुद्दे पर सरकार की आलोचना करने वाले पोस्टर दिखाने के कारण सदन से बाहर निकालने का आदेश दिया। सदन में तैनात सार्जेंट (सुरक्षाकर्मियों) ने बगैर बल प्रयोग किये कांग्रेस सदस्य को सदन से बाहर कर दिया।
चूडासमा प्रश्नकाल के बाद अध्यक्ष की अनुमति लिये बिना ही उठ खड़े हुए और जूनागढ़ जिले के चोरवाड़ कस्बे में चूना पत्थर के बड़े पैमाने पर अवैध खनन के बारे में बोलना शुरू कर दिया।
विपक्षी सदस्य ने कहा कि सदन के अंदर और बाहर उनके बार-बार आग्रह के बावजूद सरकारी अधिकारी चोरवाड़ में सक्रिय ‘खनन माफियाओं’ के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
जब अध्यक्ष ने चुड़ासमा से नियमों का पालन करने और कोई भी मुद्दा उठाने से पहले अनुमति लेने को कहा तो वह (चुड़ासमा) विरोधस्वरूप आसन के समीप आ गए और वहीं बैठ गए।
कांग्रेस सदस्य ने बताया कि हालांकि उन्होंने अवैध खनन को साबित करने के लिए ‘सबूत’ दिए थे, लेकिन वित्त मंत्री कनुभाई देसाई ने बृहस्पतिवार को विधानसभा को सूचित किया कि कुछ भी अवैध नहीं पाया गया।
जब उन्हें बाहर निकाला जा रहा था तो अध्यक्ष ने टिप्पणी की कि कांग्रेस विधायक ‘मीडिया में प्रचार’ पाने के लिए ‘नाटक’ कर रहे हैं।
विधानसभा के बाहर पत्रकारों से बातचीत में चुड़ासमा ने कहा कि उन्होंने पहले भी शीर्ष अधिकारियों को पत्र लिखा था और चोरवाड़ में सक्रिय खनन माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए खान विभाग के सचिव से मुलाकात भी की थी।
चुडासमा ने कहा कि जब उन्होंने विधानसभा में अवैध खनन का मुद्दा उठाना चाहा तो उन्हें दो मिनट भी बोलने नहीं दिया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘इसके बजाय अध्यक्ष ने मुझसे कहा कि मैं यह सब प्रचार के लिए कर रहा हूं। मैं 24 वर्षों से सार्वजनिक जीवन में हूं और मीडिया समेत हर कोई मुझे बहुत अच्छी तरह से जानता है।’’
भाषा
शुभम सुरेश
सुरेश