पाप पर पर्दा डालने के लिए कांग्रेस को निशाना बना रही सरकार: खरगे

पाप पर पर्दा डालने के लिए कांग्रेस को निशाना बना रही सरकार: खरगे

पाप पर पर्दा डालने के लिए कांग्रेस को निशाना बना रही सरकार: खरगे
Modified Date: April 16, 2025 / 03:02 pm IST
Published Date: April 16, 2025 3:02 pm IST

नयी दिल्ली, 16 अप्रैल (भाषा) कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ‘नेशनल हेराल्ड’ मामले का परोक्ष रूप से हवाला देते हुए बुधवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली ‘‘निरंकुश सरकार’’ अपने ‘‘पाप’’ पर पर्दा डालने के लिए उनकी पार्टी को निशाना बनाने पर तुली हुई है।

उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस डरने वाली नहीं है और वह सरकार की नाकामियों को उजागर करती रहेगी।

खरगे ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘नरेन्द्र मोदी जी, आपकी निरंकुश सरकार अपने पाप पर पर्दा डालने के लिए कांग्रेस को निशाना बनाने पर तुली हुई है। भाजपा का आर्थिक कुप्रबंधन नियंत्रण से बाहर होता जा रहा है। हताशा बढ़ती जा रही है, कोई दृष्टि नहीं, कोई समाधान नहीं, केवल ध्यान भटकाना।’’

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उन्होंने दावा किया कि व्यापार घाटा तीन साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है और ‘टैरिफ’ एवं व्यापार युद्ध पर कोई स्पष्टता नहीं दिख रही है तथा केवल खोखले शब्द और निरर्थक मुलाकातें हो रही हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष ने एक सर्वेक्षण का हवाला देते हुए कहा, ‘‘90 प्रतिशत उपभोक्ताओं ने बताया कि वस्तुओं की कीमतें बढ़ गई हैं। 80 प्रतिशत से अधिक लोगों का कहना है कि उनका खर्च बढ़ गया, भले ही आय में वृद्धि नहीं हुई।’’

खरगे ने कहा कि वित्त वर्ष 2025 में एफएमसीजी कंपनियों की राजस्व वृद्धि धीमी होकर केवल पांच प्रतिशत रह गई है।

उन्होंने दावा किया, ‘‘मोदी सरकार ने पेट्रोल, डीजल और ईंधन पर कर/शुल्क के रूप में (दिसंबर, 2024 तक) 39 लाख करोड़ रुपये का भारी संग्रह किया। रसोई गैस की कीमतें 50 रुपये तक बढ़ाई गईं, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए भी कोई राहत नहीं मिली।’’

उन्होंने कहा कि स्नातक बेरोजगारी दर 13 प्रतिशत और युवा बेरोजगारी दर 10.2 प्रतिशत है।

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि 23 आईआईटी में से 22 और 25 आईआईआईटी में से 23 में प्लेसमेंट में गिरावट देखी गई और एनआईटी में प्लेसमेंट में 11 प्रतिशत की गिरावट देखी गई।

खरगे ने दावा किया, ‘‘एफडीआई में गिरावट से भारत को नुकसान हुआ है। अप्रैल से जनवरी 2024-25 तक भारत में शुद्ध एफडीआई केवल 1.4 अरब डॉलर से कम थी, जबकि अप्रैल से जनवरी 2012-13 तक यह 19 अरब डॉलर थी।’’

उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने के लिए लोग भाजपा को माफ नहीं करेंगे। हम डरेंगे नहीं। हम अपनी आवाज उठाते रहेंगे और आपकी नाकामियों को उजागर करते रहेंगे।’’

भाषा हक

हक नेत्रपाल

नेत्रपाल


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