नयी दिल्ली, 24 सितंबर (भाषा) केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एम्स, पटना के कार्यकारी निदेशक के बेटे को गैर-क्रीमी लेयर के तहत अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) प्रमाणपत्र जारी करने और एम्स, गोरखपुर में एमडी पाठ्यक्रम में उसके प्रवेश में अनियमितता के आरोपों की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की है।
एम्स, पटना के कार्यकारी निदेशक डॉ. गोपाल कृष्ण पाल एम्स, गोरखपुर के कार्यकारी निदेशक का अतिरिक्त प्रभार भी संभाल रहे हैं।
खबरों के अनुसार, गोपाल कृष्ण के बेटे अरुप्रकाश पाल को दो गैर-क्रीमी लेयर ओबीसी प्रमाण पत्र जारी किए गए थे, जिनके आधार पर उन्होंने माइक्रोबायोलॉजी में तीन वर्षीय परास्नातक (पीजी) पाठ्यक्रम में दाखिला लिया।
एक आधिकारिक आदेश में कहा गया, ‘‘डॉ गोपाल कृष्ण पाल के पुत्र डॉ अरुप्रकाश पाल को गैर-क्रीमी लेयर ओबीसी प्रमाणपत्र जारी करने में अनियमितता की शिकायतों की जांच के लिए एक समिति गठित की जाती है।’’
भाषा शफीक दिलीप
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