नयी दिल्ली, तीन दिसंबर (भाषा) अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस 2024 के अवसर पर केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र कुमार ने मंगलवार को देश भर में दिव्यांगों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से 16 पहलों की शुरुआत की।
उन्होंने इन पहलों को दिव्यांग व्यक्तियों के लिए सुगम्यता और समान अवसर सुनिश्चित करने की दिशा में मील का पत्थर बताया।
उन्होंने कहा, “यह महत्वपूर्ण अवसर समावेशी समाज बनाने के प्रति हमारी अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इन पहलों के माध्यम से हमारा लक्ष्य प्रत्येक दिव्यांगजन के लिए समान अवसर, पहुंच और सशक्तीकरण सुनिश्चित करना है।”
इस अवसर पर दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग (डीईपीडब्ल्यूडी) के सचिव राजेश अग्रवाल ने दिव्यांगजनों के लिए बाधाओं को दूर करने और नए अवसर प्रदान करने के सरकार के संकल्प की पुष्टि की।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ये पहल एक समतामूलक भारत के दृष्टिकोण को मूर्त रूप प्रदान करती हैं, जहां सभी क्षमताओं वाले व्यक्ति सम्मान और आत्मनिर्भरता के साथ जीवन व्यतीत कर सकेंगे।
प्रमुख पहलों में से एक, सुगम्य भारत अभियान, समावेशी बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए सुगम्यता लेखा परीक्षकों की नियुक्ति पर केंद्रित है।
इसके अलावा सुगम्य भारत यात्रा, उच्च शक्ति वाले चश्मे, दिव्याशा ई-कॉफी टेबल बुक, कदम नी जॉइंट, सुगम्य स्टोरीबुक्स, मानक भारती ब्रेल कोड आदि अन्य अहम पहल भी दिव्यांगों के जीवन को सुविधाजनक बनाने के उद्देश्य से शुरू की गयी हैं।
भाषा प्रशांत धीरज
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