Government’s measures for the safety of women doctors : नई दिल्ली। पिछले महीने के नौ तारीख को कोलकाता के अस्पताल में एक महिला डॉक्टर के साथ रेप की घटन को अंजाम दिया गया था। आरोपी ने दुष्कर्म के बाद पीड़िता की हत्या भी कर दी थी। शुरुआती जाँच में सामने आया था कि आरोपी बेरोक टोक अस्पताल में दाखिल हुआ था और वारदात को अंजाम देकर फरार हो गया।
इस घटना के बाद देशभर में विरोध प्रदर्शन हुए। महिला चिकित्सकों के साथ अस्पतालों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठायें गए। इसी बीच सुप्रीम कोर्ट ने भी मामले पर संज्ञान लेते हुए केंद्र सरकार को निर्देश दिया कि महिला चिकित्सक और कर्मचारी नियोजित अस्पतालों में सुरक्षा के बंदोबस्त को मजबूत किया जाएँ।
SC के निर्देशों के अनुपालन की दिशा में कदम बढ़ाते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा ने 23 अगस्त को राज्यों के मुख्य सचिवों और पुलिस महानिदेशकों को पत्र लिखा हैं। (Government’s measures for the safety of women doctors) इस पत्र में राज्य केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिव, उप राज्यपाल और पुलिस महानिदेशकों को अस्पताल और हॉस्टल्स में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाये जानें के साथ महिला कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और सुप्रीम कोर्ट के अनुसार सुविधाएं बढाए जाने के निर्देश दिए गए है।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सचिव अपूर्व चंद्र की तरफ से भेजे गए पत्र में में कहा, ‘इस संबंध में, निम्नलिखित कुछ तत्काल कदम हैं, जिन पर स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा और उनके लिए सुरक्षित माहौल प्रदान करने के वास्ते विचार किया जा सकता है।’
D.O. Letter to CS and DGP of All States and UTs Dated 03.09.2024 (2) by satya sahu on Scribd