नई दिल्ली। अगर आपके पास कार समेत कोई पुरानी गाड़ी है या फिर पुराना एयर कंडीशनर, वॉशिंग मशीन या फ्रिज है तो आपके लिए सरकार अगले सप्ताह स्टील स्क्रैपेज पॉलिसी लाने जा रही है। इसका ड्राफ्ट तैयार हो चुका है। इसको अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसमें खास बात यह है कि पहले स्टील स्क्रैपेज पॉलिसी सिर्फ गाड़ियों के लिए थी, लेकिन इस बार इसमें एसी, फ्रिज और वॉशिंग मशीन को भी शामिल किया गया है।
यह भी पढ़ें — मैग्नीफिसेंट मध्यप्रदेश इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन आज, 900 से अधिक उद्योगपति होंगे शामिल, इस तरह की गई हैं तैयारियां
सूत्रों के अनुसार, स्टील स्क्रैपेज पॉलिसी के तहत कई जगह स्क्रैपेज सेंटर बनाए जाएंगे। इन सेंटरों में जाकर लोग स्क्रैप बेच सकेंगे। इसमें सभी तरह के पुराने स्टील को शामिल किया जाएगा। खास बात यह है कि सरकार स्क्रैप बेचने पर इंसेंटिव देगी। इसका मतलब है कि जितना वैल्यू का स्क्रैप निकेलगा उसमें सरकार का अलग से इंसेटिव मिलेगा। ऐसे में उम्मीद है कि लोग स्क्रैप बेचने के लिए आगे आएंगे।
यह भी पढ़ें — फारूख अब्दुल्ला की बहन और बेटी जमानत पर रिहा, अनुच्छेद 370 के खिलाफ प्रदर्शन पर किया गया था गिरफ्तार
एक सीनियर अधिकारी के अनुसार, कितनी राशि पर कितना इन्सेंटिव दिया जाए, इस पर विचार किया जा रहा है। जल्द ही इस पर सहमति बनने के बाद स्टील स्क्रैपेज पॉलिसी को सार्वजनिक किया जाएगा। इस पर संबंधित लोगों और एक्सपर्ट्स से राय ली जाएगी। फिर इसे लागू किया जाएगा। ऐसे में इसको लागू होने में 10 दिन का समय लग सकता है।
यह भी पढ़ें — एक और बैंक घोटाला, 6500 करोड़ रूपए का घोटाला उजागर, रिकॉर्ड से कुल 10.5 करोड़ रुपये कैश भी गायब
अधिकारी के अनुसार, पॉलिसी से यह फायदा होगा कि स्टील के पुराने स्क्रैपेज एक जगह जमा किए जा सकेंगे। इसके बाद उसकी रीसाइकिलिंग होगी। इसके अलावा, पुरानी गाड़ियां भी सड़कों से बाहर हो जाएंगी। लोग पुरानी गाड़ियां बेचकर नई गाड़ियां खरीदने के लिए आगे आएंगे, इससे नई गाड़ियों की बिक्री भी बढ़ेगी। वैसे भी ऑटो कंपनियों ने नई गाड़ियों की कीमतें कम कर दी हैं।
यह भी पढ़ें — करवा चौथ पर इंदौर एयपोर्ट की अनूठी पहल, वीडियो कॉलिंग के जरिए खुलवाया यात्रियों का व्रत, देखिए वीडियो
सरकार नई स्क्रैपेज पॉलिसी के जरिए स्टील के आयात को कम करने पर भी जोर देना चाहती है। सरकार स्टील स्क्रैप प्लांट खोलेगी जहां पुराने स्टील को फिर से इस्तेमाल के लायक बनाया जाएगा। भारत में साल में करीब 60 लाख टन स्टील स्क्रैप का आयात किया जाता है। देश में मांग इससे भी ज्यादा है। नई स्क्रैप पॉलिसी से सप्लाइ बढ़ाने में मदद मिलेगी।
<iframe width=”892″ height=”502″ src=”https://www.youtube.com/embed/3M1-AhKKu6o” frameborder=”0″ allow=”accelerometer; autoplay; encrypted-media; gyroscope; picture-in-picture” allowfullscreen></iframe>