पेट दर्द का इलाज कराने आए दो युवकों को सरकारी अस्पताल के डॉक्टर ने दी प्रेग्नेंसी टेस्ट कराने की सलाह, जानिए पूरी बात

पेट दर्द का इलाज कराने आए दो युवकों को सरकारी अस्पताल के डॉक्टर ने दी प्रेग्नेंसी टेस्ट कराने की सलाह, जानिए पूरी बात

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  • Publish Date - October 14, 2019 / 12:59 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:56 PM IST

सिमरिया: झारखंड के एक सरकारी अस्पताल से अनोखा मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि पेट दर्द का उपचार कराने आए दो लोगों को सरकारी अस्पताल के डॉक्टर ने प्रेग्नेंसी टेस्ट करवाने की सलाह दी है। अब डॉक्टर का यह प्रिक्रिप्शन लेटर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वहीं, प्रिक्रिप्शन लेटर वायरल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग की जमकर किरकिरी हो रही है। बता दें कि मामला 1 अक्टूबर का है।

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मिली जानकारी के अनुसार सिमरिया के चोरबोरा गांव में रहने वाले दो युवक पेट दर्द का इलाज करवाने के लिए सिमरिया अस्पताल पहुंचे। इस दौरान अस्पताल के डॉक्टर मुकेश ने जांच के बाद दोनों को एएनसी (एंटी नेटल चेकअप) टेस्ट कराने की सलाह दी। साथ ही, कुछ टेस्ट कराने के लिए कहा, जिनकी डिटेल पर्ची पर लिख दी।

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पैथोलॉजी लैब से हुआ खुलासा
बताया जा रहा है कि मामले का खुलासा उस वक्त हुआ, जब दोनों युवक डॉक्टर की पर्ची लेेकर पैथोलॉजी लैब पहुंचे। यहां जब पैथोलॉजी लैब के डॉक्टर ने जब टेस्ट के बारे में बताया तो दोनों युवक के पैरों तले जमीन खिसक गई। उसने बताया कि पर्ची में प्रेग्नेंसी की जांच कराने के लिए लिखा गया है। इसके बाद पैथलॉजिस्ट ने बाकी जांच कर दीं, लेकिन एएनसी टेस्ट करने से साफ इनकार कर दिया।

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वहीं, मामले को लेकर सिमरिया सरकारी अस्पताल के डॉक्टर मुकेश ने कहा है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही पर्ची में ओवरराइटिंग की गई है। मैंने पर्ची 17028 व 17032 पर एचआईवी, एचबीए (हीमोग्लोबिन), एचसीसी (हैपोटोसेलुलर कार्सिनोमा), सीबीसी (कंप्लीट ब्लड काउंट) और एएनसी (एंटी नेटल चेकअप) कराने के लिए लिखा था। मुझे बदनाम करने के लिए यह किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पुरुष को एएनसी टेस्ट लिखने की बात गलत है। रजिस्टर में एएनसी जांच नहीं लिखी गई है। दोनों पर्ची पर ओवरराइटिंग की गई है।

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