नयी दिल्ली, 26 जनवरी (भाषा) गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा बनी महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की एक झांकी के माध्यम से सरकार की प्रमुख योजनाओं की लाभार्थी महिलाओं और बच्चों की बहुमुखी यात्रा का जश्न मनाया गया।
यह झांकी ‘‘मातृत्व, जीवन चक्र सातत्य दृष्टिकोण और महिला नेतृत्व वाले विकास’’ पर आधारित था, जिसमें सशक्तीकरण और प्रगति के अपने सम्मोहक संदेश निहित था।
झांकी में सबसे आगे अपने बच्चे को गोद में लिए हुए एक मां की प्रेरक छवि थी, जो देखभाल, पोषण और बच्चे की पहली शिक्षक होने का प्रतीक थी।
मां की उज्ज्वल अभिव्यक्ति और बच्चे की मासूम खुशी स्वास्थ्य, जीवन शक्ति और गरिमा के विषयों को दर्शाती है।
झांकी में ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ पहल का लोगो प्रमुखता से दिखाया गया।
इस झांकी के एक भाग में बच्चों से घिरी एक समर्पित आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को दिखाया गया। यह तस्वीर शिक्षा, पोषण और समग्र देखभाल प्रदान करने में ‘सक्षम आंगनबाड़ियों’ की भूमिका पर प्रकाश डालती है।
झांकी के मध्य हिस्से में एक बालिका के जीवन चक्र की निरंतरता को प्रस्तुत किया गया, जिसमें उसके शुरुआती वर्षों से लेकर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली एक सशक्त महिला तक का सफर शामिल था।
यह प्रगति पोषण अभियान, बच्चों के लिए पीएम केयर, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई), पालना योजना और किशोर लड़कियों के लिए योजना जैसी योजनाओं द्वारा प्रदान किए गए महत्वपूर्ण समर्थन का प्रतीक है।
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